New Delhi News: संसद के शीतकालीन सत्र में ‘वंदे मातरम्’ के 150 साल पूरे होने पर चर्चा हुई। इस दौरान एआईएमआईएम प्रमुख Asaduddin Owaisi ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जिन्ना वाले बयान पर भी तीखा पलटवार किया। ओवैसी ने सदन में साफ कहा कि हम जिन्ना के पक्के विरोधी हैं, इसलिए भारत हमारा देश है।
जिन्ना के बहाने ओवैसी का तंज
Asaduddin Owaisi ने अपने भाषण में इतिहास के पन्ने पलटे। उन्होंने सत्ता पक्ष को घेरते हुए कहा कि आप जिन राजनीतिक पूर्वजों की तारीफ करते हैं, उन्होंने ही 1942 में मुस्लिम लीग के साथ सरकारें बनाई थीं। उन्होंने कहा कि सिंध और बंगाल में जिन्ना की पार्टी के साथ मिलकर सरकार चलाई गई। ओवैसी ने दावा किया कि उन्हीं सरकारों ने अंग्रेजों के लिए लड़ने को लाखों लोगों की भर्ती कराई थी।
‘वंदे मातरम् की जबरदस्ती संविधान के खिलाफ’
ओवैसी ने कहा कि भारत एक ऐसा चमन है, जहां हर फूल को खिलने का हक है। उन्होंने सरकार से दो टूक कहा कि हमसे वफादारी का सर्टिफिकेट मत मांगिए। Asaduddin Owaisi ने कहा कि वतन की मोहब्बत को मजहब में बदलना गलत है। उन्होंने तर्क दिया कि भारत में रहने के लिए ‘वंदे मातरम्’ गाना जरूरी बताना संविधान के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जो लोग हमें दीन का मतलब सिखाने निकले हैं, उन्हें खुद खबर नहीं है।
सदन में खाली सीटों पर उठाए सवाल
ओवैसी ने चर्चा के दौरान सदन में सांसदों की कम मौजूदगी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ने चर्चा तो बहुत जोर-शोर से रखी, लेकिन सदन में 30 सांसद भी मौजूद नहीं हैं। अपने भाषण के दौरान Asaduddin Owaisi ने ‘भारत जिंदाबाद’ और ‘हिंदू-मुसलमान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस चर्चा में कांग्रेस समेत विपक्ष के कई सांसद मौजूद रहे।
