Bihar News: बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह को पचमहला फायरिंग केस में जमानत मिली। 6 अगस्त, 2025 को बेउर जेल से रिहा हुए। उन्होंने नीतीश कुमार की JDU से चुनाव लड़ने का ऐलान किया। अनंत ने नीतीश की तारीफ की। कहा, नीतीश 25 साल और मुख्यमंत्री रहेंगे। पचमहला गोलीकांड में उन पर हत्या का प्रयास और अवैध हथियार का आरोप था।
जेल से रिहाई और नीतीश का समर्थन
अनंत सिंह को पटना हाई कोर्ट ने जमानत दी। बेउर जेल से निकलकर उन्होंने मीडिया से बात की। नीतीश कुमार की तारीफ की। कहा, नीतीश ने 20 साल में सड़क, बिजली, पानी का काम किया। वह 25 साल और मुख्यमंत्री रहेंगे। विरोधी उनकी बुराई करते हैं। अनंत ने JDU से चुनाव लड़ने का ऐलान किया। यह बिहार की सियासत में हलचल मचाएगा।
पचमहला गोलीकांड का मामला
22 जनवरी, 2025 को मोकामा के पचमहला में गोलीबारी हुई। अनंत सिंह और सोनू मोनू गैंग के बीच फायरिंग हुई। 60-70 राउंड गोलियां चलीं। अनंत पर हत्या का प्रयास और अवैध हथियार का आरोप लगा। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया। पटना हाई कोर्ट में सुनवाई चली। जमानत मिलने के बाद अनंत रिहा हुए। यह केस बिहार में चर्चा का विषय रहा।
नीतीश के काम की तारीफ
अनंत सिंह ने नीतीश कुमार की उपलब्धियों को गिनाया। कहा, नीतीश ने बिहार में सड़कें बनवाईं। बिजली और पानी की व्यवस्था की। विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी। विरोधी उनकी तारीफ नहीं करते। अनंत ने कहा कि नीतीश का काम जनता देख रही है। वह लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहेंगे। यह बयान JDU के लिए बूस्टर है। बिहार में सियासी समीकरण बदल सकते हैं।
बाहुबली नेता की सियासी ताकत
अनंत सिंह को मोकामा का छोटा सरकार कहा जाता है। उनकी बाहुबली छवि मशहूर है। वह पूर्व में विधायक रह चुके हैं। मोकामा और आसपास उनका प्रभाव है। जमानत के बाद उनका JDU में शामिल होना अहम है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह बड़ा कदम है। अनंत का समर्थन JDU को मजबूती देगा। यह सियासी गलियारों में चर्चा का विषय है।
बिहार में विधानसभा चुनाव की हलचल
बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव होने हैं। अनंत सिंह की रिहाई और JDU से जुड़ना चर्चा में है। उनकी बाहुबली छवि वोटरों को प्रभावित कर सकती है। मोकामा में उनका दबदबा है। नीतीश के प्रति उनके बयान JDU के लिए फायदेमंद हैं। विपक्षी दलों ने अभी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी। लेकिन यह कदम बिहार की सियासत को गर्माएगा।
पचमहला केस की पृष्ठभूमि
पचमहला गोलीकांड मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में हुआ। अनंत सिंह और सोनू मोनू गैंग में टकराव हुआ। फायरिंग में कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन अनंत पर गंभीर आरोप लगे। पुलिस ने अवैध हथियार जब्त किए। केस की सुनवाई लंबी चली। हाई कोर्ट ने सबूतों की कमी बताई। जमानत मिलने से अनंत की सियासी वापसी हुई। यह केस अभी भी चर्चा में है।
JDU के लिए फायदा
अनंत सिंह का JDU से जुड़ना नीतीश के लिए फायदेमंद है। उनकी मोकामा में पकड़ मजबूत है। बाहुबली छवि से वोटर प्रभावित होंगे। नीतीश की तारीफ से JDU का मनोबल बढ़ा। अनंत ने कहा कि नीतीश का काम विरोधी भी देखते हैं। यह बयान चुनाव से पहले JDU को ताकत देगा। बिहार की सियासत में नया मोड़ आ सकता है।
विपक्ष की चुप्पी
विपक्षी दलों ने अनंत सिंह के बयान पर चुप्पी साधी है। RJD और कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अनंत की रिहाई और JDU से जुड़ना चर्चा में है। मोकामा में उनकी लोकप्रियता विपक्ष के लिए चुनौती है। बिहार में सियासी समीकरण बदल सकते हैं। अनंत का बयान नीतीश के पक्ष में माहौल बनाता है। विपक्ष को जवाब देना होगा।
