New Delhi: भारतीय कंपनी जोहो की आरत्ताई ऐप ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की अपील के बाद इसके यूजर्स की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। रोजाना तीन हजार यूजर्स वाली यह ऐप अब प्रतिदिन साढ़े तीन लाख से अधिक यूजर्स तक पहुंच गई है।
ऐप स्टोर पर पहुंची पहले स्थान पर
तेजी से बढ़ते यूजर्स के साथ ही आरत्ताई ऐप सोशल नेटवर्किंग श्रेणी में पहले स्थान पर पहुंच गई है। कंपनी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। ऐप की लोकप्रियता इतनी तेजी से बढ़ी कि कंपनी को इमरजेंसी बेसिस पर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना पड़ा।
2021 में हुआ था लॉन्च
जोहो कॉर्पोरेशन ने इस ऐप को 2021 में साइड प्रोजेक्ट के रूप में लॉन्च किया था। तमिल भाषा के शब्द आरत्ताई का अर्थ अनौपचारिक बातचीत होता है। शुरुआती दिनों में इस ऐप को ज्यादा लोकप्रियता नहीं मिली थी। केंद्रीय मंत्री की अपील के बाद स्थिति में बदलाव आया।
व्हाट्सएप के विकल्प के रूप में देखी जा रही
आरत्ताई ऐप को व्हाट्सएप के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। इसमें पर्सनल चैट, ग्रुप चैट और वॉइस नोट जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। यूजर्स इमेज और वीडियो शेयरिंग भी कर सकते हैं। वॉइस और वीडियो कॉल एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड हैं।
प्राइवेसी पर जोर
जोहो कंपनी ने दावा किया है कि उन्होंने प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखा है। कंपनी कभी भी यूजर्स के पर्सनल डेटा को मोनेटाइज नहीं करेगी। हालांकि, पर्सनल चैट के लिए एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन फीचर उपलब्ध नहीं है। कंपनी का कहना है कि यह पूरी तरह भारत में बनी ऐप है।
बढ़ते यूजर्स से तकनीकी चुनौतियां
यूजर्स की संख्या अचानक बढ़ने से कंपनी को तकनीकी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जोहो के सह-संस्थापक श्रीधर वेंबू ने बताया कि सर्वर पर बोझ बढ़ गया है। कई यूजर्स को ओटीपी मिलने में देरी हो रही है। कुछ यूजर्स को कॉन्टैक्ट सिंक करने में समस्या आ रही है।
भारतीय ऐप को मिल रहा है समर्थन
देश में बनी इस ऐप को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। केंद्रीय मंत्री की अपील के बाद लोगों ने इसे तेजी से डाउनलोड करना शुरू कर दिया। ऐप स्टोर पर इसकी रेटिंग में भी सुधार देखने को मिल रहा है। भारतीय उपयोगकर्ता स्वदेशी ऐप्स को बढ़ावा दे रहे हैं।
