Rajasthan News: उत्तर प्रदेश विधानसभा की सदस्य और राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पर्यवेक्षक आराधना मिश्रा उस समय विवादों में घिर गईं जब उन्होंने यहां एक बैठक में पार्टी सदस्यों को ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने से कथित तौर पर रोका।
हालांकि, मिश्रा ने इस आरोप को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने व्यक्ति विशेष के समर्थन में नारा लगाने से कार्यकर्ताओं को रोका था।
जयपुर के आदर्श नगर ब्लॉक की सोमवार को हुई एक बैठक के दौरान पार्टी पर्यवेक्षक आराधना मिश्रा और शहर पार्टी अध्यक्ष आर आर तिवारी के सामने आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के दो गुटों के बीच तकरार हो गई थी। हंगामे के बीच अलग-अलग गुट के नेताओं के समर्थन में नारेबाजी से मिश्रा नाराज हो गईं।
उन्होंने कार्यकर्ताओं को सलाह दी कि कोई भी व्यक्ति विशेष के पक्ष में नारे नहीं लगाएगा। इस पर कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने लगे। मिश्रा ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, ”अगर आपको नारे लगाने का शौक है तो कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाइए।” मिश्रा उत्तर प्रदेश के रामपुर खास विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की पुत्री हैं।
घटना का एक वीडियो भी सामने आया जिसमें कुछ कार्यकर्ता ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते तो कुछ हंगामा करते दिख रहे हैं। विवाद पर सफाई देते हुए मिश्रा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से केवल व्यक्ति विशेष के पक्ष में नारे नहीं लगाने को कहा था।
मिश्रा ने कहा, ”एआईसीसी पर्यवेक्षक के रूप में मैंने कार्यकर्ताओं को किसी भी व्यक्ति के पक्ष में नारे लगाने से रोका था और कहा था कि केवल पार्टी के पक्ष में नारे लगाए जा सकते हैं। किसी भी बात को गलत तरीके से और मनगढ़ंत तरीके छाप देना .. मुझे लगता है कि यह बिल्कुल बेतुकी बात है। इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।” उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल स्वाभाविक है कि उम्मीदवारी के लिए आवेदन करते समय समर्थक ऐसी बैठकों में अपने नेताओं के पक्ष में नारे लगाते हैं।