Punjab News: पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत का मामला तेजी से बढ़ रहा है। पंचकूला पुलिस ने अब उनकी मौत को हत्या बताते हुए मामला दर्ज किया है। हैरानी की बात यह है कि इस केस में अकील के अपने ही पिता, मां, पत्नी और बहन को आरोपी बनाया गया है। मौत से पहले अकील के वायरल हुए दो वीडियो इस पूरे मामले का केंद्र बने हुए हैं।
16 अक्टूबर को पंचकूला के मनसा देवी कॉम्प्लेक्स में अकील अख्तर का शव मिला था। शुरुआत में परिवार ने दावा किया था कि मौत ड्रग ओवरडोज से हुई है। लेकिन चार दिन बाद पुलिस ने एक शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पूर्व मंत्री पत्नी रजिया सुल्ताना, बेटे की पत्नी और बेटी को नामजद किया है।
मौत से पहले अगस्त में अकील का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने अपने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। 27 अगस्त के इस वीडियो में अकील ने कहा था कि वह यह वीडियो सबूत के तौर पर रिकॉर्ड कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और पिता के बीच गलत संबंध हैं।
अकील ने दावा किया था कि शादी के एक साल बाद 2018 में उन्होंने दोनों को बाथरूम में एक साथ पकड़ा था। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद उन पर झूठा मामला दर्ज करवाया गया और उन्हें गैरकानूनी तौर पर हिरासत में ले लिया गया। अकील ने अपने परिवार पर जानलेवा हमला करने की साजिश का भी आरोप लगाया था।
अकील ने अपनी बहन पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि उनकी बहन 2012 में घर छोड़कर भाग गई थी और वह वैश्यावृत्ति में भी शामिल थी। उन्होंने सवाल किया था कि बिना किसी आय के उनकी बहन के पास पैसे कहां से आते थे। ये सभी आरोप अब पुलिस जांच का हिस्सा बन गए हैं।
शादी के बाद के अपने अनुभवों के बारे में अकील ने चौंकाने वाली बातें कही थीं। उन्होंने दावा किया था कि सुहागरात की रात उनकी पत्नी ने उन्हें छूने तक नहीं दिया। अगले दिन उनकी पत्नी ने उन्हें टॉन्ट किया। अकील ने यहां तक कहा था कि उनकी पत्नी की शादी वास्तव में उनसे नहीं बल्कि उनके पिता से हुई थी।
अकील ने आरोप लगाया था कि उनके पिता ने उन्हें अगवा करवाकर एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में डलवा दिया था। उन्होंने कहा था कि वहां उनका कोई इलाज नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें जबरदस्ती उठाया गया और पंजाब पुलिस की ताकत का गलत इस्तेमाल किया गया। अकील ने जोर देकर कहा था कि वह किसी भी तरह का नशा नहीं करते।
हालांकि, अक्टूबर में अकील का एक दूसरा वीडियो सामने आया। इस वीडियो में वह बिस्तर पर लेटे हुए थे और पूरी तरह से अलग बातें कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह मानसिक बीमारी से गुजर रहे थे और अब ठीक हैं। उन्होंने अपने पहले वीडियो को पागलपन बताया।
अकील ने इस वीडियो में अपने परिवार से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता और बहन ने उनकी बहुत देखभाल की। उन्होंने अपनी बहन पर जहर देने के आरोप को गलत बताया। अकील ने कहा कि उन्हें अपने परिवार पर गर्व है और वह अब पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने अब इस मामले में चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा कई सालों से मानसिक बीमारी से पीड़ित था। साल 2024 में उसकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे समझ नहीं आता था कि वह क्या कह रहा है। उसने कई बार ऐसी बातें कहीं जो कोई पिता सुन नहीं सकता।
मुस्तफा ने बताया कि अकील का हिंसक व्यवहार नया नहीं था। साल 2008 में उसने अपनी मां को भी चोट पहुंचाई थी। लेकिन परिवार ने बदनामी के डर से उस वक्त मामला दबा दिया था। उन्होंने कहा कि अब सच्चाई बताना जरूरी है क्योंकि कुछ लोग इस मामले का राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं।
पंचकूला पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित किया है। डीसीपी सृष्टि ने बताया कि जांच जारी है। केस में हत्या के आरोप दर्ज किए गए हैं लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस मौत के कारणों और वीडियो में लगाए गए आरोपों की पुष्टि करने में जुटी हुई है।
यह मामला एक उच्च प्रोफाइल पुलिस अधिकारी के परिवार में चल रहे आंतरिक संघर्ष को उजागर करता है। अकील के वीडियो और उनकी संदिग्ध मौत ने इस मामले को राष्ट्रीय सुर्खियों में ला दिया है। अब पुलिस की जांच इस बात का पता लगाएगी कि आखिर अकील की मौत कैसे हुई और उनके आरोपों में कितनी सच्चाई है।
