शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

अंजली शर्मा: हिमाचल की पर्वतारोही ने रचा इतिहास, माउंट किलिमंजारो पर पारंपरिक गद्दी पोशाक में फहराया तिरंगा

Share

Himachal News: हिमाचल प्रदेश की साहसी बेटी अंजली शर्मा ने एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को हिमाचल की पारंपरिक ‘गद्दी पोशाक’ पहनकर फतह किया। चोटी पर पहुंचकर उन्होंने तिरंगा फहराया। उनकी इस अनूठी उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। इस रिकॉर्ड ने न सिर्फ अंजली का नाम रोशन किया बल्कि गद्दी संस्कृति को भी वैश्विक पहचान दिलाई।

अंजली की इस सफलता ने उन्हें पर्वतारोहण की दुनिया में एक अलग पहचान दी है। उनका यह सफर साधारण नहीं रहा है। बचपन में ही पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद उनकी मां पुष्पा शर्मा ने अकेले ही अंजली और उनकी बहन का पालन-पोषण किया। उनकी मां के संघर्ष और समर्पण ने ही अंजली को आज यह मुकाम हासिल करने में मदद की है। अंजली का जुनून और लगन ही उनकी सफलता का असली राज है।

माउंट किलिमंजारो की सफल चढ़ाई के बाद अंजली ने रूस के एल्ब्रस पर्वत की चोटी पर भी अपना झंडा गाड़ा है। यह उनकी दूसरी बड़ी उपलब्धि थी जिसे विश्व रिकॉर्ड में शामिल किया गया। इन चुनौतीपूर्ण अभियानों में पारंपरिक पोशाक पहनने का उनका फैसला सांस्कृतिक गर्व को दर्शाता है। उन्होंने साबित किया कि सांस्कृतिक पहचान और वैश्विक उपलब्धि एक साथ हासिल की जा सकती है।

यह भी पढ़ें:  हिमाचल प्रदेश: गाड़ी या ज्यादा जमीन वालों का सस्ता राशन होगा बंद, केंद्र ने हिमाचल सरकार को भेजी सूची

हिमाचल की पहाड़ियों से निकलकर दुनिया की चोटियों तक का सफर

अंजली ने अपने पर्वतारोहण के सफर की शुरुआत हिमाचल प्रदेश की स्थानीय चोटियों से की थी। वह पहले ही राज्य की कई दुर्गम चोटियों को फतह कर चुकी हैं। इनमें दियो टिब्बा, हनुमान टिब्बा और धौलाधार हाई पीक जैसे प्रसिद्ध शिखर शामिल हैं। इन स्थानीय चढ़ाइयों ने ही उन्हें बड़ी अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के लिए तैयार किया। उनका संघर्ष और साहस युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा का स्रोत बन गया है।

मॉस्को की एक मुलाकात ने बदल दी जिंदगी

साल 2023 में अंजली की जिंदगी में एक नया मोड़ आया। रूस के मॉस्को शहर में उनकी मुलाकात रवांडा के सिविल इंजीनियर यवेस काजियुका से हुई। यह मुलाकात दोस्ती में बदल गई और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में तब्दील हो गई। दोनों ने हाल ही में भारतीय पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ शादी के बंधन में बंधकर अपने रिश्ते को नया अध्याय दिया। विवाह समारोह में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलक साफ देखी जा सकती थी।

यह भी पढ़ें:  तेजाब हमला: मृतका ममता ठाकुर का हनुमान घाट में हुआ अंतिम संस्कार, नाबालिग बेटे ने दी मुखाग्नि; पुलिस भी रही मौजूद

यवेस काजियुका पेशे से सिविल इंजीनियर हैं और वर्तमान में अमेरिका में कार्यरत हैं। शादी के बाद अंजली ने बताया कि अब उनका और यवेस का सफर सिर्फ जीवनसाथी के रूप में ही नहीं, बल्कि पर्वतारोहण के साथी के रूप में भी जारी रहेगा। उन्होंने भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में बताया कि वे दोनों मिलकर पर्वतारोहण की दुनिया में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। उनका लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करना है।

अंजली शर्मा की कहानी सिर्फ एक पर्वतारोही की कहानी नहीं है। यह एक ऐसी महिला की कहानी है जिसने व्यक्तिगत चुनौतियों को पार करते हुए वैश्विक उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने अपनी सांस्कृतिक पहचान को कभी नहीं छोड़ा और दुनिया के सामने यह उदाहरण पेश किया कि सफलता के लिए किसी भी तरह का समझौा जरूरी नहीं है। उनका सफर युवाओं के लिए एक जीवंत प्रेरणा बना हुआ है।

Read more

Related News