Andhra Pradesh News: आंध्र प्रदेश में एक ऑटोरिक्शा चालक पर नाबालिग दलित लड़की से दुष्कर्म का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि आरोपी ने लड़की को छात्रावास पहुंचाने में मदद करने के बहाने अपने घर ले गया। वहां उसने कथित तौर पर लड़की के साथ यह जघन्य अपराध किया। घटना तीन दिसंबर की है जब लड़की एक छात्रावास से दूसरे छात्रावास जा रही थी।
आरोपी की पहचान साई कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक लड़की इस चालक से पहले भी मिल चुकी थी। इसी विश्वास के चलते उसने उससे मदद मांगी। कुमार ने इस मौके का फायदा उठाया और लड़की को अपने घर ले गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुमार ने नाबालिग की मदद करने के बहाने ही उसे घर बुलाया था।
लड़की ने घटना के बाद अपने दोस्तों की मदद से पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी। शिकायत मिलते ही पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक कुमार को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। वह फरार चल रहा है।
आरोपी ने बंद कर दिया है मोबाइल फोन
पुलिस काकहना है कि आरोपी साई कुमार ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया है। इससे उसकी तलाश में कठिनाई आ रही है। पुलिस टीमें उसे पकड़ने के लिए जांच के सभी रास्ते अपना रही हैं। ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई बहुत जरूरी होती है। पुलिस इसी दिशा में काम कर रही है।
पुलिस ने इस मामले में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है। पॉक्सो एक्ट के सख्त प्रावधान इस मामले में लागू होंगे। साथ ही नई भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज हुआ है। ये कानून ऐसे आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा का प्रावधान करते हैं।
पॉक्सो एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
पॉक्सोअधिनियम, 2012 बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए बनाया गया एक विशेष कानून है। इसमें दोषी पाए जाने पर कड़ी से कड़ी सजा का प्रावधान है। भारतीय न्याय संहिता में भी नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामलों की सुनवाई तेजी से करने के नियम हैं। पुलिस इन्हीं कानूनों के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी।
इस तरह की घटनाएं समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय हैं। नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना सबकी जिम्मेदारी है। पुलिस का कहना है कि वह पीड़ित लड़की को न्याय दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी। आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
