Andhra Pradesh News: विशाखापत्तनम में रोमांच के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है। कैलासागिरी पहाड़ी पर बना नया ग्लास स्काईवॉक अब पर्यटकों के लिए खुल गया है। इसे देश का सबसे लंबा कैंटिलीवर ग्लास स्काईवॉक माना जा रहा है। यहां पर्यटक समुद्र से करीब 1000 फीट की ऊंचाई पर हवा में चलने का अनुभव ले सकेंगे। शहर के सांसद भरत ने औपचारिक रूप से इसका उद्घाटन किया।
हवा में तैरने का मिलेगा अहसास
इस स्काईवॉक को बनाने में करीब 7 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसकी कुल लंबाई 50 मीटर है। खास बात यह है कि इसका एक बड़ा हिस्सा चट्टान से बाहर हवा में निकला हुआ है। इसके नीचे कोई पिलर या सहारा नहीं है। इस वजह से यहां खड़े होने पर हवा में तैरने जैसा अहसास होता है। यह संरचना जमीन से 862 फीट ऊपर है। आंध्र प्रदेश आने वाले पर्यटकों के लिए यह एक प्रमुख आकर्षण बन गया है।
जर्मनी से मंगाया गया है खास कांच
सुरक्षा के लिहाज से इसमें पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। स्काईवॉक में लगा कांच जर्मनी से मंगाया गया है। यह 40 मिमी मोटा और ट्रिपल-लेयर्ड है। पूरी संरचना को 40 टन रिइनफोर्स्ड स्टील से सहारा दिया गया है। यह तेज हवाओं और तटीय मौसम में भी पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। पारदर्शी फर्श से नीचे की गहरी घाटी साफ दिखाई देती है।
360-डिग्री नजारा और प्रवेश के नियम
इस स्काईवॉक से विशाखापत्तनम का 360-डिग्री नजारा दिखता है। एक तरफ बंगाल की खाड़ी का नीला समंदर है, तो दूसरी तरफ ईस्टर्न घाट्स की हरी-भरी पहाड़ियां। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने कड़े नियम बनाए हैं। शुरुआत में एक बार में केवल 20 से 40 लोगों के ग्रुप को ही एंट्री मिलेगी। पर्यटकों को स्काईवॉक पर 10 से 15 मिनट का समय दिया जाएगा।
