शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

अनंत सिंह गिरफ्तारी: बिहार के पूर्व विधायक को पटना पुलिस ने दुलारचंद यादव हत्याकांड में किया अरेस्ट

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Bihar News: बिहार के मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड के मामले में एक बड़ी कार्रवाई हुई है। पटना पुलिस ने पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें बाढ़ स्थित कारगिल मार्केट से हिरासत में लिया गया। यह गिरफ्तारी उस समय हुई है जब चुनावी माहौल पूरे शबाब पर है।

पुलिस ने सरेंडर की सभी अटकलों को नजरअंदाज करते हुए स्वयं पहल की। पटना एसएसपी की एक विशेष टीम ने सीधे कारगिल मार्केट में छापामार कार्रवाई की। इस कार्रवाई को पूरी गोपनीयता के साथ अंजाम दिया गया। अनंत सिंह पर दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप है।

गिरफ्तारी की रणनीति

अनंत सिंह के आत्मसमर्पण की खबरों के बीच पुलिस ने कोई रिस्क नहीं लिया। पुलिस टीम ने सीधे उनके ठिकाने पर धावा बोल दिया। इस हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। अब अनंत सिंह को पटना ले जाया गया है जहां आगे की कानूनी कार्रवाई होगी।

माना जा रहा है कि पटना पुलिस जल्द ही इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है। इस गिरफ्तारी से मोकामा के टाल इलाके में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। अनंत सिंह जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर अगले विधानसभा चुनाव लड़ने वाले थे।

सीआईडी की जांच में नए खुलासे

दुलारचंद यादव हत्याकांड की जांच अब सीआईडी के हाथों में है। सीआईडी के डीआईजी जयंत कांत खुद मामले की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने घटनास्थल बसावन चक का दौरा किया और सभी पहलुओं का जायजा लिया। जांच में नए तथ्य सामने आए हैं।

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सीआईडी और एफएसएल की टीम ने संयुक्त रूप से घटनास्थल की वैज्ञानिक जांच की। इस दौरान क्षतिग्रस्त वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। महत्वपूर्ण फोरेंसिक नमूने एकत्र किए गए हैं। ये नमूने जांच को नई दिशा दे सकते हैं।

रेलवे ट्रैक के पत्थरों से जुड़ा रहस्य

जांच में सबसे चौंकाने वाला खुलासा मोकामा टाल से मिले ‘बाहरी पत्थरों’ का है। ये पत्थर आमतौर पर रेलवे ट्रैक पर इस्तेमाल होते हैं और इस इलाके में प्राकृतिक रूप से नहीं पाए जाते। अधिकारियों का मानना है कि हमलावरों ने इन्हीं पत्थरों से दुलारचंद यादव के काफिले को निशाना बनाया था।

यह खोज मामले को और जटिल बना देती है। सीआईडी अब इन पत्थरों के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। इससे हत्या की साजिश में शामिल अन्य लोगों के बारे में पता चल सकता है। जांच टीम इस मामले के सभी पहलुओं पर गहराई से काम कर रही है।

अनंत सिंह का राजनीतिक सफर

अनंत सिंह बिहार की राजनीति में एक विवादास्पद व्यक्ति रहे हैं। उन्हें ‘छोटे सरकार’ के नाम से जाना जाता है। वह मोकामा से कई बार विधायक रह चुके हैं। राजनीति में आने से पहले भी उनका नाम कई आपराधिक मामलों से जुड़ा रहा है।

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अनंत सिंह हमेशा आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते आए हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में वह जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले थे। उनकी गिरफ्तारी से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा हुआ है। अब उनका राजनीतिक भविष्य अनिश्चितता में है।

दुलारचंद यादव हत्याकांड की घटना

यह हाई-प्रोफाइल मामला 30 अक्टूबर का है। मोकामा के टाल इलाके में दुलारचंद यादव चुनाव प्रचार कर रहे थे। इसी दौरान अचानक हुए हमले में उनकी हत्या कर दी गई। दुलारचंद यादव को इलाके का एक प्रभावशाली व्यक्ति माना जाता था।

हत्या के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ की। जांच के दौरान अनंत सिंह का नाम सामने आया। पुलिस ने उन्हें मुख्य आरोपी बनाया और अब गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला बिहार में अपराध और राजनीति के गठजोड़ पर सवाल खड़े करता है।

आगे की कानूनी प्रक्रिया

अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद अब कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी। पुलिस उनसे पूछताछ करेगी और सबूत एकत्र करेगी। सीआईडी की जांच भी लगातार जारी है। न्यायिक हिरासत में जाने के बाद मामला कोर्ट तक पहुंचेगा।

इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस हत्याकांड से जुड़े सभी संदिग्धों का पता लगा रही है। आने वाले दिनों में इस मामले में नए विकास हो सकते हैं। पूरा मामला अब सीआईडी की जांच के नतीजों पर निर्भर करेगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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