New Delhi News: केंद्रीय गृह मंत्री Amit Shah ने बुधवार को लोकसभा में विपक्ष को करारा जवाब दिया। उन्होंने चुनाव सुधार और एसआईआर (SIR) के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा। शाह ने साफ कहा कि अब एक भी घुसपैठिया वोट नहीं डाल सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शाह के इस भाषण की जमकर तारीफ की है।
1952 में नेहरू के समय हुआ था पहला SIR
गृह मंत्री ने इतिहास के पन्ने पलटते हुए कांग्रेस को आईना दिखाया। उन्होंने बताया कि देश का पहला एसआईआर 1952 में हुआ था। उस समय जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे। इसके बाद भी कई बार यह प्रक्रिया अपनाई गई। 2004 तक किसी ने इसका विरोध नहीं किया। अब 2025 में एनडीए सरकार इसे लागू कर रही है, तो विपक्ष शोर मचा रहा है।
घुसपैठियों पर सरकार की ‘थ्री-डी’ पॉलिसी
Amit Shah ने सदन में सरकार की नीति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों के खिलाफ सरकार ‘डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट’ की नीति पर चल रही है। लोकतंत्र में चुनाव पवित्र होने चाहिए। अगर मतदाता सूची ही गलत होगी, तो चुनाव निष्पक्ष कैसे होंगे? इसलिए चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को फिर से जांचने का फैसला लिया है।
EVM आने से बंद हुई वोटों की चोरी
गृह मंत्री ने कांग्रेस के पुराने शासनकाल पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि पहले यूपी और बिहार में मतपेटियां लूट ली जाती थीं।
- ईवीएम (EVM) आने से यह धांधली बंद हो गई है।
- वोटों की चोरी रुकने से विपक्ष परेशान है।
- कांग्रेस पिछले चार महीने से एसआईआर पर झूठ फैला रही है।
- हार का कारण ईवीएम नहीं, बल्कि जनता का फैसला है।
PM मोदी ने की भाषण की तारीफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर Amit Shah के भाषण की सराहना की। उन्होंने लिखा कि गृह मंत्री ने तथ्यों के साथ अपनी बात रखी। उन्होंने देश के लोकतंत्र की ताकत बताई और विपक्ष के झूठ का पर्दाफाश किया।
