Delhi News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महात्मा गांधी की जयंती पर खादी को राष्ट्रीय आंदोलन बताया। उन्होंने दिल्ली स्थित एक खादी स्टोर पर जाकर बापू को श्रद्धांजलि दी। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से खादी फिर से जनआंदोलन बन रही है। यह लाखों परिवारों की आजीविका का स्रोत बन गई है।
गृह मंत्री ने खादी के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में खादी और स्वदेशी की केंद्रीय भूमिका थी। आज यह परंपरा फिर से मजबूत हो रही है। खादी अब सिर्फ एक कपड़ा नहीं रह गई है। यह आत्मनिर्भरता और देशभक्ति का प्रतीक बन चुकी है।
स्वदेशी अपनाने से मिलेगा लाभ
अमित शाह ने जोर देकर कहा कि स्वदेशी उत्पादों के इस्तेमाल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। पीएम मोदी के आह्वान पर लाखों लोगों ने स्वदेशी अपनाने का संकल्प लिया है। इससे स्थानीय कारीगरों और छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिल रहा है। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।
गृह मंत्री ने जनता से खादी उत्पाद खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर परिवार सालाना पांच हजार रुपये की खादी खरीदे। इस छोटे से प्रयास से करोड़ों ग्रामीण परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा। खादी क्रांति गांवों में समृद्धि लाएगी।
विकसित भारत के लक्ष्य की ओर
शाह ने विश्वास जताया कि खादी और स्वदेशी 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी जी के सपनों का भारत तभी साकार होगा जब जनता स्वदेशी को अपनाएगी। यह राष्ट्र निर्माण में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करेगा।
खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पिछले कुछ वर्षों में इसने नया रिकॉर्ड बनाया है। यह रोजगार सृजन का एक बड़ा माध्यम बनकर उभरा है। देशभर के युवा अब खादी से जुड़ रहे हैं।
