India News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी पर गंभीर आरोप लगाए। शाह ने दावा किया कि रेड्डी ने सलवा जुडूम पर फैसले से नक्सलवाद का समर्थन किया। उन्होंने यह बात केरल में एक कार्यक्रम के दौरान कही।
सलवा जुडूम फैसले पर निशाना
अमित शाह ने कहा कि अगर सलवा जुडूम पर फैसला नहीं आता तो देश से नक्सलवाद 2020 तक खत्म हो गया होता। उन्होंने न्यायमूर्ति रेड्डी पर नक्सलवाद की मदद करने का आरोप लगाया। शाह ने इस फैसले को नक्सलवाद के प्रति सहानुभूति रखने वाला बताया।
केरल की राजनीति पर प्रभाव
गृह मंत्री ने दावा किया कि इस उम्मीदवारी से केरल में कांग्रेस की हार तय हो गई है। उन्होंने कहा कि केरल के लोग नक्सलवाद की समस्या से अच्छी तरह वाकिफ हैं। शाह ने कांग्रेस पर वामदलों के दबाव में काम करने का आरोप लगाया।
संविधान संशोधन पर बयान
अमित शाह ने दोषी नेताओं के पद पर बने रहने संबंधी विधेयक पर भी बात की। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माताओं ने कल्पना नहीं की थी कि जेल जाने वाले लोग निर्वाचित पदों पर बने रहेंगे। शाह ने अरविंद केजरीवाल के जेल से सरकार चलाने का उदाहरण दिया।
राहुल गांधी पर हमला
गृह मंत्री ने राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने 2013 में एक अध्यादेश फाड़ने की घटना को याद किया। शाह ने कहा कि वही राहुल गांधी अब लालू प्रसाद को गले लगाते हैं। उन्होंने कांग्रेस पर नैतिकता के मामले में दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
मतदाता सूची की समीक्षा
बिहार में मतदाता सूची की विशेष पुनरीक्षा पर शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अनावश्यक विवाद खड़ा किया है। उन्होंने बताया कि बिहार की सूची में 22 लाख ऐसे लोगों के नाम थे जिनकी मृत्यु हो चुकी थी। गृह मंत्री ने कहा कि फर्जी वोटिंग रोकने के लिए यह कदम जरूरी था।
