Raipur News: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने माओवाद के खिलाफ सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक सभी माओवादी आत्मसमर्पण नहीं कर देते, पकड़े नहीं जाते या समाप्त नहीं हो जाते। शाह ने छत्तीसगढ़ में ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट की सफलता पर सुरक्षा बलों के जवानों को सम्मानित किया।
ऐतिहासिक ऑपरेशन को किया याद
गृह मंत्री ने कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर हुए सफल अभियान की सराहना की। इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ, छत्तीसगढ़ पुलिस, कोबरा और डीआरजी के जवानों ने भाग लिया था। अप्रैल और मई में लगभग बीस दिनों तक चले इस अभियान को माओवाद विरोधी अभियानों में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
2026 तक माओवाद मुक्त भारत का लक्ष्य
अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को माओवाद से मुक्त करने का विश्वास दिलाया। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिया गया एक दृढ़ संकल्प है। शाह ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सुरक्षा बलों की क्षमता पर पूरा भरोसा जताया।
माओवादियों ने किया विकास में बाधक
गृह मंत्री ने कहा कि माओवादियों ने देश के सबसे पिछड़े क्षेत्रों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने स्कूल और अस्पताल बंद कर दिए और सरकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचने से रोका। माओवाद के खात्मे से साढ़े छह करोड़ लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
सुरक्षा बलों के शौर्य की प्रशंसा
अमित शाह ने ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट के दौरान दिखाई गई बहादुरी की सराहना की। उन्होंने इसे माओवाद विरोधी अभियानों के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय बताया। गर्मी, ऊंचाई और आइईडी के खतरे के बावजूद जवानों का हौसला बुलंद रहा। इस अभियान में माओवादियों की हथियार फैक्ट्री और आपूर्ति श्रृंखला ध्वस्त हुई।
