Washington News: भारतीय मूल के सॉफ्टवेयर और रोबोटिक्स इंजीनियर अमित क्षत्रिय को नासा के ‘चंद्रमा से मंगल’ कार्यक्रम का प्रमुख बनाया गया है। हाल ही में नासा द्वारा इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि क्षत्रिय तत्काल प्रभाव से यह जिम्मेदारी संभालेंगे.
नासा ने हाल ही में कहा है कि इस नए मिशन का मकसद मानवता की बेहतरी के लिए चंद्रमा और मंगल ग्रह पर अन्वेषण कार्यक्रम को पूरा करना है।
यह कार्यक्रम इंसानों को मंगल ग्रह पर भेजने की तैयारी में मददगार होगा
नासा के प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा कि यह कार्यक्रम मंगल ग्रह पर मानवता की अगली बड़ी छलांग के लिए आवश्यक कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगा। यह कार्यक्रम चंद्रमा पर महत्वपूर्ण मिशन भेजने में भी मददगार होगा।
साथ ही यह मंगल ग्रह पर पहले आदमी को भेजने की तैयारी में मददगार होगा। संबंधित कार्यालय इन मिशनों के लिए हार्डवेयर और जोखिम प्रबंधन विकसित करने पर काम करेगा। यह कार्यालय मिशन के लिए योजना और विश्लेषण को संभालेगा।
अमित क्षत्रिय 20 साल पहले नासा से जुड़े थे
अमित क्षत्रिय ने अंतरिक्ष कार्यक्रम के क्षेत्र में अपना करियर वर्ष 2003 में शुरू किया था। वह यहां सॉफ्टवेयर और रोबोटिक्स इंजीनियर के तौर पर काम कर रहे थे। उनका मुख्य काम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के रोबोटिक्स को एसेंबल करना है। 2014 से 2017 तक अमित ने स्पेस स्टेशन फ्लाइट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्रियों के दल के संचालन और उड़ानों का संचालन किया।
अनेक पुरस्कारों से विभूषित
अमित क्षत्रिय ने यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास से गणित में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। उन्हें नासा का उत्कृष्ट नेतृत्व पदक भी मिल चुका है। अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाने और उन्हें सुरक्षित वापस लाने के लिए अमित को सिल्वर स्नूपी अवार्ड भी मिल चुका है। इसके अलावा, सिल्वर स्नूपी अवार्ड वाणिज्यिक कक्षीय परिवहन सेवाओं ड्रैगन की रोबोटिक इंजीनियरिंग को भी जाता है।