Uttar Pradesh News: अमेठी में मौसम के उतार-चढ़ाव ने स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दिया है। जिला अस्पताल से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक सर्दी, जुकाम, बुखार और खांसी से पीड़ित मरीजों की भारी भीड़ देखी जा रही है। अस्पतालों में प्रतिदिन होने वाले ओपीडी के लगभग सत्तर प्रतिशत मामले इन्हीं शिकायतों से जुड़े हैं। डॉक्टर लगातार बढ़ रहे वायरल संक्रमण के प्रति लोगों को सचेत कर रहे हैं।
जिला अस्पताल में हर दिन 1200 से 1300 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। केवल शुक्रवार को ही 467 मरीजों को जुकाम, बुखार और खांसी की समस्या पाई गई। इसके अलावा 176 मरीज सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल आए। ओपीडी कक्षों में सुबह से ही लंबी कतारें लगती हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण अस्पतालों में जांच और अन्य सुविधाओं को लेकर दिक्कतें हो रही हैं। भीड़ के चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं पर अचानक से बढ़े इस दबाव का असर देखने को मिल रहा है। अस्पताल प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की है।
मौसम परिवर्तन का स्वास्थ्य पर प्रभाव
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. शुभम पांडे ने बताया कि दिन और रात के तापमान में बढ़ता अंतर वायरल संक्रमण के लिए अनुकूल परिस्थितियां बना रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए यह समय विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है। इन लोगों में संक्रमण का खतरा अधिक देखा जा रहा है।
डॉक्टरों के मुताबिक अधिकांश मरीजों में गले में खराश, खांसी, बुखार, सिर दर्द और थकान जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं। ये लक्षण आमतौर पर वायरल बुखार से जुड़े होते हैं। समय पर उचित इलाज और आराम से ज्यादातर मरीज ठीक हो जाते हैं। हालांकि, लापरवाही बरतने पर स्थिति गंभीर हो सकती है।
डॉ. पांडे ने लोगों को मौसम के अनुसार हल्का और सुपाच्य भोजन करने की सलाह दी है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना भी जरूरी बताया गया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिना डॉक्टर की सलाह के खुद से दवा लेने से बचना चाहिए।
स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. बीपी अग्रवाल ने बताया कि सभी जरूरी दवाएं अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। समय पर पहुंचने वाले मरीजों को निःशुल्क जांच और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। अस्पताल प्रशासन मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आवश्यक कदम उठा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को इस स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम में बदलाव के कारण उत्पन्न हुई यह स्वास्थ्य चुनौती पूरे जनपद में देखी जा रही है। लोगों से अपील की गई है कि लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इस बदलते मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना बेहद जरूरी हो गया है। संतुलित आहार और पर्याप्त आराम से रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है। सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी बरतकर संक्रमण के फैलाव को रोका जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
