Indiana News: अमेरिका के इंडियाना राज्य में एक शिक्षिका पर नाबालिग छात्रों के साथ यौन दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगे हैं। 31 वर्षीया ब्रिटनी फोर्टिनबेरी पर दस से अधिक बच्चों को नशीली दवाएं देकर उनके साथ यौन संबंध बनाने का आरोप है। वह चार बच्चों की मां है और पहले से ही जेल में बंद है। उसे आजीवन कारावास की सजा हो सकती है।
फोर्टिनबेरी इमिनेंस हाई स्कूल में शिक्षिका थी। आरोप है कि उसने अपने पद का दुरुपयोग कर नाबालिग छात्रों को फंसाया। उस पर 40 से अधिक आपराधिक आरोप लग चुके हैं। यह मामला वर्ष 2024 में सामने आया था और अब कोर्ट में चल रहा है।
अभियुक्त की कार्यप्रणाली
शिक्षिका नाबालिग छात्रों को उपहार और पैसे का लालच देती थी। वह उनसे निजी तस्वीरें और वीडियो बनवाती थी। आरोपों के मुताबिक उसने एक छात्र को 600 डॉलर दिए। इसके बाद उसने छात्रों को मास्क पहनाकर समूह में यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। सभी घटनाएं स्कूल के बाहर घटित हुईं।
फोर्टिनबेरी ने स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया। वह छात्रों को नशीली दवाएं देकर उन पर नियंत्रण करती थी। एक नए पीड़ित ने कोर्ट में बताया कि उसने एक संगीत कार्यक्रम के दौरान उसे निशाना बनाया। शिक्षिका ने उसे मारिजुआना और मशरूम जैसी दवाएं दीं।
पीड़ितों की गवाही
पीड़ित छात्रों ने कोर्ट में चौंकाने वाली जानकारी दी है। एक छात्र ने बताया कि फोर्टिनबेरी ने उसे आत्महत्या की धमकी देकर चुप रहने के लिए मजबूर किया। वह छात्रों को डराती थी कि अगर उन्होंने किसी को बताया तो वह खुद को नुकसान पहुंचा लेगी। इस तरह उसने लंबे समय तक अपने अपराधों को छुपाए रखा।
एक अन्य पीड़ित ने बताया कि शिक्षिका स्कूल की तस्वीरों को देखकर यौन संतुष्टि पाती थी। वह छात्रों की स्कूल फोटो का इस्तेमाल करती थी। इस मामले ने स्कूल प्रशासन की निगरानी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल जिले पर भी मुकदमा चल रहा है।
वर्तमान स्थिति
ब्रिटनी फोर्टिनबेरी फिलहाल हिरासत में है। उस पर यौन दुर्व्यवहार, नाबालिगों को नशीली दवाएं देने और उन्हें भ्रष्ट करने के आरोप हैं। इंडियाना की कानून व्यवस्था के तहत ये आरोप लेवल 1 फेलोनी के अंतर्गत आते हैं। इस श्रेणी के अपराधों के लिए आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है।
पीड़ितों के परिवार न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। यह मामला शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि शिक्षकों की पृष्ठभूमि की जांच और सख्त होनी चाहिए। इस घटना ने पूरे समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
