Washington News: इन दिनों अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के एक कार्यकाल की खूब चर्चा हो रही है. 9/11 आतंकी हमले के बाद उन्होंने ईरान, इराक और उत्तर कोरिया को ‘शैतानों का समूह’ बताया था. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी लोगों को एकजुट करने के लिए इस शब्द का इस्तेमाल किया। अब इसी तरह का शब्द रूस, चीन और ईरान के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. रिपब्लिकन पार्टी के सांसद मिच मैककोनेल ने कहा कि इन दिनों रूस, चीन और ईरान अमेरिका के लिए खतरा हैं और ये शैतानों का समूह बन गए हैं.
यूक्रेन और इजराइल को अमेरिकी फंडिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने फॉक्स न्यूज से कहा कि जो खतरे सामने हैं उन्हें आप नजरअंदाज नहीं कर सकते. मैककोनेल ने कहा, ‘अमेरिका के सामने जो स्थिति है, उस पर आपको जवाब देना होगा. ईरान भी हमारे लिए ख़तरा है. यह आपातकाल जैसी स्थिति है. अब हमें आगे बढ़ना है और चीन, रूस और ईरान के समूह से मुकाबला करना है।’ ये तीनों देश मिलकर अमेरिका के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं.
उनका यह बयान राष्ट्रपति जो बाइडन की उस अपील के बाद आया है, जिसमें उन्होंने अमेरिकी नागरिकों से इजरायल और यूक्रेन के लिए बड़े बजट को मंजूरी देने की अपील की थी. अमेरिका का कहना है कि वह अपने दोनों दोस्तों के साथ है और उनकी लड़ाई में उतरने को तैयार है. 2002 में पहली बार जॉर्ज बुश ने ईरान, इराक और उत्तर कोरिया के लिए शैतान का समूह वाक्यांश का इस्तेमाल किया था. सांसद ने कहा कि बाइडेन ने अफगानिस्तान से अपने सैनिक बुलाकर गलती की है. इससे रूस को भी यूक्रेन में प्रवेश की हरी झंडी मिल गई है.
उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को इसराइल पर हमास के हमले से भी जोड़ा. कांग्रेसी मैककोनेल ने कहा कि ईरान ने सबसे पहले रूस में ड्रोन भेजे, जिन्होंने यूक्रेन पर हमले किए. अब वही देश हमास और हिजबुल्लाह को मदद दे रहा है. उन्होंने कहा कि आप दोनों मुद्दों को अलग-अलग नहीं देख सकते. अमेरिकी सांसद ने कहा कि अगर रूस यूक्रेन में नहीं हारा तो अगली बार वह किसी भी नाटो देश पर हमला कर सकता है. उन्होंने कहा कि हमारी भी नजर चीन पर है और हम जानते हैं कि वह किसकी तरफ है.