G20 Summit Live Update: जी-20 देशों के वार्ताकार आधी रात से भी अधिक समय तक चली बातचीत के बाद यूक्रेन की जंग (Ukraine War) के मुद्दे पर एक समझौते की ओर बढ़ रहे हैं और विवादास्पद मुद्दों पर कोई सफलता मिलती दिख रही है.
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि शेरपाओं के बीच कई दिनों की गहन बातचीत के बाद रूस-यूक्रेन संघर्ष पर एक संशोधित पैराग्राफ प्रसारित किया गया. जिसके बारे में कहा जाता है कि इसे जी-20 (G-20) के सदस्य देशों के बीच समर्थन मिला है. आखिरी मिनट की गड़बड़ी को छोड़ दिया जाए तो इस मुद्दे पर एक समझदारी जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के अंत में एक संयुक्त बयान जारी करने का रास्ता साफ करेगी. यह भारत की जी-20 की अध्यक्षता के लिए एक बड़ी जीत के रूप में उभरेगी.
यूक्रेन पर युद्ध को लेकर भाषा जी-7 देशों और दूसरी तरफ रूस और चीन के बीच विवाद की मुख्य वजह रही है. पश्चिम चाहता था कि जी-20 के बयान में यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़ी निंदा की जाए, जिसका दूसरा पक्ष विरोध कर रहा था. सूत्रों ने कहा कि शेरपा स्तर की बातचीत शुक्रवार को दिन भर चलती रही लेकिन शनिवार सुबह तक ही कुछ सफलता हासिल हो सकी.
गौरतलब है कि शेरपा नेताओं के दूत होते हैं और उनके द्वारा तैयार किए गए मसौदे को नेताओं को स्वीकार करना होगा. भारत ने पिछले साल बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन में गतिरोध को हल करने में बड़ी भूमिका निभाई थी. जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था कि ‘यह युद्ध का युग नहीं है.’ इसने एक घोषणा को पूरा करने में मदद की थी.
मगर भारत की अध्यक्षता के दौरान यह मुद्दा फिर से सिर उठाने लगा और मंत्रिस्तरीय बैठकें बिना किसी संयुक्त बयान के खत्म हो गईं, जो सभी मुद्दों पर सर्वसम्मति को दिखाता है. इसके बजाय परिणाम के दस्तावेज और संयुक्त बयानों में युद्ध के बारे में रूस और चीन की असहमति को नोट करने वाला एक फुटनोट था. जी-20 के एजेंडे में शामिल अधिकांश मुद्दों को कुछ दिन पहले चीनी पक्ष के रुख में नरमी के बाद सुलझा लिया गया था, जो एक बड़ी बाधा डाल रहा था.