शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

एयर इंडिया: अमृतसर-बर्मिंघम फ्लाइट में तकनीकी गड़बड़ी, आपातकालीन सिस्टम सक्रिय होने से मचा हड़कंप

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Aviation News: एयर इंडिया की अमृतसर से बर्मिंघम जा रही फ्लाइट एआई117 में एक गंभीर तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई। यह घटना तब हुई जब विमान लैंडिंग की तैयारी कर रहा था। अचानक विमान का रैम एयर टरबाइन सिस्टम सक्रिय हो गया। यह सिस्टम आमतौर पर केवल गंभीर आपातकालीन स्थितियों में ही खुलता है।

पायलटों ने इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में अत्यधिक संयम और कुशलता का परिचय दिया। उन्होंने विमान को बर्मिंघम एयरपोर्ट पर पूरी तरह सुरक्षित लैंड कराया। प्रारंभिक जांच में विमान के इंजन और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम सामान्य पाए गए। सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को कोई चोट नहीं आई है।

वापसी फ्लाइट रद्द, विमान जमीन पर रोका गया

इस घटना के बाद एयर इंडिया ने तत्काल प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कंपनी ने बर्मिंघम से दिल्ली जाने वाली वापसी फ्लाइट को रद्द कर दिया है। प्रभावित विमान को पूरी तरह से जांच के लिए ग्राउंडेड कर दिया गया है। विमान में आई तकनीकी खराबी का सही कारण जानने के लिए विस्तृत जांच शुरू की गई है।

एयर इंडिया ने प्रभावित यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था का भी ऐलान किया है। कंपनी ने कहा कि सभी यात्रियों को जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि, उड़ान के दौरान विमान में मौजूद यात्रियों की सही संख्या अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।

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रैम एयर टरबाइन क्या है और क्यों है महत्वपूर्ण

रैम एयर टरबाइन एक विशेष प्रकार कीआपातकालीन विमानन प्रणाली है। यह एक छोटा पंखे जैसा उपकरण होता है जो हवा के दबाव से घूमता है। इसका मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में विमान को बैकअप बिजली उपलब्ध कराना है। यह प्रणाली आमतौर पर तभी सक्रिय होती है जब विमान के दोनों इंजन विफल हो जाएं।

इस प्रणाली का स्वतः सक्रिय होना एक गंभीर तकनीकी समस्या का संकेत माना जाता है। विमानन विशेषज्ञों के अनुसार इस तरह की घटनाएं बहुत दुर्लभ होती हैं। एक बार सक्रिय होने के बाद इस प्रणाली को उड़ान के दौरान बंद नहीं किया जा सकता है।

बोइंग 787 विमानों में तकनीकी समस्याओं का सिलसिला

यह घटना बोइंग 787 विमानों में तकनीकी समस्याओं के बढ़ते सिलसिले की ओर इशारा करती है। इसी साल जून में एयर इंडिया के एक बोइंग 787-8 विमान ने अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त होकर एक बड़ा हादसा किया था। उस दुर्घटना में कई लोगों की जान चली गई थी।

भारत की एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो उस हादसे की जांच कर रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार टेकऑफ के दौरान फ्यूल कंट्रोल स्विच अचानक बंद हो गए थे। यह हादसा पिछले तीन दशकों में भारत की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक माना जा रहा है।

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विमानन सुरक्षा में रैम एयर टरबाइन की भूमिका

विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि रैम एयर टरबाइन सिस्टम विमान सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह प्रणाली कई जटिल तकनीकी समस्याओं के बावजूद पायलटों को विमान को नियंत्रित करने में सहायता प्रदान करती है। इससे पायलट विमान को सुरक्षित लैंड कराने में सक्षम हो पाते हैं।

हालांकि इस प्रणाली का अनायास सक्रिय होना चिंता का विषय अवश्य है। विमानन प्राधिकारियों को इस तरह की घटनाओं की गहन जांच करनी चाहिए। इससे भविष्य में होने वाली संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में मदद मिल सकती है।

यात्री सुरक्षा और भविष्य की चुनौतियां

एयर इंडिया के सामने यात्री सुरक्षा सुनिश्चित करने की बड़ी चुनौती है। कंपनी को अपने विमानों की तकनीकी जांच प्रक्रिया को और अधिक सख्त बनाने की आवश्यकता है। विमान निर्माता कंपनी बोइंग को भी अपने विमानों में आ रही तकनीकी समस्याओं का त्वरित समाधान खोजना होगा।

विमानन उद्योग में सुरक्षा मानकों को लगातार अपग्रेड करने की आवश्यकता है। इस घटना ने एक बार फिर विमानों में आपातकालीन प्रणालियों के महत्व को रेखांकित किया है। पायलटों के प्रशिक्षण और तकनीकी तैयारियों की समीक्षा भी आवश्यक प्रतीत होती है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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