Himachal News: हिमाचल प्रदेश के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी राहत की खबर है। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को अब बेहतर इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। AIIMS (एम्स) बिलासपुर में जल्द ही अत्याधुनिक तकनीक वाली मशीनें लगने जा रही हैं। ये मशीनें वेसल सीलिंग और बाइपोलर तकनीक से लैस रेडियोफ्रीक्वेंसी (RF) जेनरेटर हैं। इनके आने से सर्जरी के दौरान खून बहने की समस्या न के बराबर हो जाएगी। एम्स प्रशासन ने तीन ऐसी मशीनों को खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सर्जरी में खून बहने की टेंशन खत्म
अक्सर किसी भी बड़े ऑपरेशन में ज्यादा खून बहना एक बड़ा खतरा होता है। इस वजह से तीमारदारों को खून का इंतजाम करने में बहुत परेशानी होती है। लेकिन AIIMS में नई आरएफ जेनरेटर तकनीक आने से यह दिक्कत दूर हो जाएगी। यह मशीन सर्जरी के दौरान खून की नसों को सुरक्षित तरीके से सील कर देती है। इससे खून का बहाव बहुत कम हो जाता है। इससे ऑपरेशन के दौरान होने वाली जटिलताओं का खतरा भी घट जाता है।
इन मरीजों को मिलेगा सीधा फायदा
इस आधुनिक मशीन का फायदा AIIMS बिलासपुर के कई विभागों को मिलेगा। इनमें जनरल सर्जरी, गायनीकोलॉजी, यूरोलॉजी और ऑर्थोपेडिक्स विभाग शामिल हैं। अब यहाँ जटिल से जटिल ऑपरेशन आसानी से हो सकेंगे। इसका लाभ केवल हिमाचल ही नहीं, बल्कि पड़ोसी राज्यों के मरीजों को भी मिलेगा। उन्हें अब इलाज के लिए चंडीगढ़ या दिल्ली जैसे बड़े शहरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे अपने पास ही बेहतर सर्जिकल सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
जल्द ठीक होकर घर जाएंगे मरीज
इस नई तकनीक से मरीज की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाएगी। सर्जरी में खून कम बहने से मरीज की रिकवरी बहुत तेजी से होती है। उन्हें अस्पताल में ज्यादा दिन भर्ती नहीं रहना पड़ेगा। इसके अलावा, टांके और क्लिप की जरूरत कम होने से दर्द भी कम होगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इससे इन्फेक्शन का खतरा भी घट जाएगा। डॉक्टर भी अब मुश्किल मामलों का इलाज ज्यादा आत्मविश्वास के साथ कर सकेंगे।
जल्द शुरू होगी यह सुविधा
एम्स प्रशासन मशीनों की खरीद के लिए तेजी से काम कर रहा है। टेंडर की प्रक्रिया जारी है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, मशीनों को इंस्टॉल कर दिया जाएगा। बहुत जल्द यह वर्ल्ड क्लास सुविधा मरीजों की सेवा के लिए शुरू कर दी जाएगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि मरीजों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिले।
