Himachal News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर की डॉ. श्वेता नेगी ने AIAPGET-2025 में शानदार प्रदर्शन कर राज्य का गौरव बढ़ाया। अनुसूचित जनजाति श्रेणी में उन्होंने देशभर में पहला स्थान हासिल किया। ओपन कैटेगरी में उनकी ऑल इंडिया रैंक 82 रही। 99.69 पर्सेंटाइल स्कोर के साथ श्वेता ने आयुर्वेद पीजी प्रवेश परीक्षा में अपनी मेहनत का परचम लहराया। उनकी यह उपलब्धि किन्नौर के लिए गर्व का क्षण है।
श्वेता की शैक्षिक यात्रा
डॉ. श्वेता नेगी किन्नौर के खावंगी (कागरा) गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रिकांगपिओ के डीएवी स्कूल से पूरी की। इसके बाद एसडी पब्लिक स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की। उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने पपरोला आयुर्वेदिक कॉलेज से बीएएमएस की डिग्री हासिल की। सीमित संसाधनों के बावजूद श्वेता ने कठिन परिश्रम से AIAPGET में सफलता प्राप्त की। उनकी मेहनत और लगन युवाओं के लिए प्रेरणा है।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
श्वेता के पिता वीरेंद्र सिंह नेगी एक शिक्षक हैं, जबकि माता सुषमा कुमारी नेगी गृहिणी हैं। साधारण परिवार से आने वाली श्वेता ने पढ़ाई को हमेशा प्राथमिकता दी। उनके माता-पिता और शिक्षकों के मार्गदर्शन ने उनकी सफलता में अहम भूमिका निभाई। AIAPGET में उनकी उपलब्धि ने परिवार और गांव का नाम रोशन किया। श्वेता अब आयुर्वेद में मास्टर्स की पढ़ाई करेंगी।
भविष्य की योजना
AIAPGET में शीर्ष रैंक हासिल करने के बाद श्वेता का अगला लक्ष्य आयुर्वेद में विशेषज्ञता हासिल करना है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद और शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया। उनकी इस उपलब्धि ने किन्नौर जैसे दूरस्थ क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने की उम्मीद जगाई है। श्वेता का यह सफर युवाओं को कठिन परिस्थितियों में भी लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।
