शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

AI नौकरियां: चैटजीपीटी बॉस सैम ऑल्टमैन का नया शोध, इन 44 नौकरियों और पेशों पर मंडरा रहा बड़ा खतरा

Share

Global News: चैटजीपीटी के निर्माता ओपनएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सैम ऑल्टमैन ने एक नया शोध प्रकाशित किया है। इस शोध के अनुसार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी एआई अब 44 तरह की नौकरियों को पूरी तरह से अपनी जद्द में ले सकती है। यह अध्ययन उस समय सामने आया है जब दुनिया भर में एआई को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं।

शोधकर्ताओं ने अमेरिका की नौ सबसे बड़ी कंपनियों पर अध्ययन किया। उन्होंने जीडीपीवैल नामक एक विशेष मूल्यांकन पद्धति का इस्तेमाल किया। इसके तहत एआई तकनीक और मानव श्रमिकों की क्षमता की तुलना की गई। नतीजे चौंकाने वाले थे।

काउंटर और रेंटल क्लर्क की नौकरियां सबसे ज्यादा खतरे में पाई गईं। शोध में इन्हें 81 प्रतिशत से अधिक अंक मिले। इसका मतलब है कि एआई इन कामों को मनुष्यों से बेहतर और तेजी से कर सकती है। ओपनएआई ने कहा कि उनके मॉडल पहले से ही उद्योग विशेषज्ञों के स्तर के करीब पहुंच रहे हैं।

किन नौकरियों पर है सबसे बड़ा खतरा

शोध में शामिल जोखिम वाली नौकरियों में बिक्री प्रबंधक और शिपिंग क्लर्क जैसे पद शामिल हैं। संपादक, सॉफ्टवेयर डेवलपर और निजी जासूस भी इस सूची में हैं। ग्राहक सेवा प्रतिनिधि और खुदरा बिक्री कर्मचारियों के लिए भी चुनौती है।

पत्रकारिता और मीडिया क्षेत्र भी अछूता नहीं है। समाचार विश्लेषक, रिपोर्टर और पत्रकारों की नौकरियां भी खतरे में हैं। फिल्म और वीडियो संपादकों के लिए भी एआई एक बड़ी चुनौती बन कर उभरी है।

प्रबंधन स्तर की नौकरियां भी असुरक्षित

दिलचस्प बात यह है कि प्रबंधन के पद भी सुरक्षित नहीं हैं। सामान्य संचालन प्रबंधक, चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक की भूमिकाएं खतरे में हैं। कंप्यूटर और सूचना प्रणाली प्रबंधक भी इस सूची में शामिल हैं।

यह भी पढ़ें:  अमेरिका न्यूज़: कैलिफोर्निया में F-16 फाइटर जेट क्रैश, 167 करोड़ का विमान जलकर खाक, बाल-बाल बची पायलट की जान

वकील और वित्तीय सलाहकार जैसे पेशेवर भी एआई की मार से अछूते नहीं रहेंगे। लेखाकार, लेखा परीक्षक और फार्मासिस्ट जैसे क्षेत्रों में भी बदलाव देखने को मिलेंगे। यह शोध Artificial Intelligence के तेजी से बढ़ते दायरे को दर्शाता है।

तकनीकी क्षेत्र में भी उथल-पुथल

मैकेनिकल और औद्योगिक इंजीनियर जैसे तकनीकी पद भी प्रभावित होंगे। यह बात चिंता बढ़ाने वाली है क्योंकि इन्हें अब तक सुरक्षित माना जाता था। निर्माता और निर्देशक जैसे रचनात्मक पेशों पर भी असर पड़ेगा।

यह शोध एक बड़े बदलाव की ओर इशारा करता है। कार्यालयीन और प्रशासनिक सहायक कर्मचारियों के प्रथम-पंक्ति पर्यवेक्षकों के लिए भी स्थिति चुनौतीपूर्ण होगी। पुलिस और जासूसों के पर्यवेक्षकों की भूमिका भी बदलेगी।

ये 44 नौकरियां हैं खतरे में

  1. काउंटर और रेंटल क्लर्क
  2. बिक्री प्रबंधक
  3. शिपिंग, रिसीविंग और इन्वेंट्री क्लर्क
  4. संपादक
  5. सॉफ्टवेयर डेवलपर
  6. निजी जासूस और अन्वेषक
  7. अनुपालन अधिकारी
  8. गैर-खुदरा बिक्री कर्मचारियों के प्रथम-पंक्ति पर्यवेक्षक
  9. तकनीकी और वैज्ञानिक उत्पादों को छोड़कर, थोक और विनिर्माण बिक्री प्रतिनिधि
  10. सामान्य संचालन प्रबंधक
  11. चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा प्रबंधक
  12. खरीदार और क्रय एजेंट
  13. व्यक्तिगत वित्तीय सलाहकार
  14. प्रशासनिक सेवा प्रबंधक
  15. ग्राहक सेवा प्रतिनिधि
  16. खुदरा बिक्री कर्मचारी
  17. उत्पादन और परिचालन कर्मचारियों के प्रथम-पंक्ति पर्यवेक्षक
  18. नर्स प्रैक्टिशनर
  19. रियल एस्टेट ब्रोकर
  20. समाचार विश्लेषक, रिपोर्टर और पत्रकार
  21. कंप्यूटर और सूचना प्रणाली प्रबंधक
  22. पुलिस और जासूसों के प्रथम-पंक्ति पर्यवेक्षक
  23. बिक्री प्रतिनिधि, थोक और विनिर्माण, तकनीकी और वैज्ञानिक उत्पाद
  24. वकील
  25. परियोजना प्रबंधन विशेषज्ञ
  26. बाल, परिवार और स्कूल सामाजिक कार्यकर्ता
  27. चिकित्सा सचिव और प्रशासनिक सहायक
  28. प्रतिभूति, वस्तु और वित्तीय सेवा विक्रय एजेंट
  29. कार्यालय और प्रशासनिक सहायक कर्मचारियों के प्रथम-पंक्ति पर्यवेक्षक
  30. वित्तीय निवेश विश्लेषक
  31. मनोरंजन कर्मचारी
  32. पंजीकृत नर्स
  33. संपत्ति, अचल संपत्ति और सामुदायिक संघ प्रबंधक
  34. वित्तीय प्रबंधक
  35. निर्माता और निर्देशक
  36. ऑडियो और वीडियो तकनीशियन
  37. कंसीयर्ज/सेक्रेटरी
  38. ऑर्डर क्लर्क
  39. रियल एस्टेट सेल्स एजेंट
  40. फार्मासिस्ट
  41. लेखाकार और लेखा परीक्षक
  42. मैकेनिकल इंजीनियर
  43. औद्योगिक इंजीनियर
  44. फिल्म और वीडियो संपादक
यह भी पढ़ें:  भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: गाय के दूध पर क्यों अटकी बात? जानें क्या है भारत की शर्तें

भविष्य के काम का परिदृश्य

इस शोध से स्पष्ट है कि Artificial Intelligence का प्रभाव केवल निम्न-स्तरीय नौकरियों तक सीमित नहीं रहेगा। यह उच्च कुशल और उच्च वेतन वाली नौकरियों को भी प्रभावित करेगी। कंपनियां लागत कम करने और दक्षता बढ़ाने के लिए एआई को अपना सकती हैं।

यह बदलाव दुनिया भर के श्रम बाजारों में एक बड़े उथल-पुथल का कारण बन सकता है। कर्मचारियों के लिए नए कौशल सीखना और खुद को ढालना जरूरी हो जाएगा। शिक्षा प्रणाली और सरकारों को भी इसके लिए तैयार रहना होगा।

निष्कर्ष

ओपनएआई के इस शोध ने नौकरियों के भविष्य पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह केवल एक अध्ययन नहीं बल्कि आने वाले समय की एक झलक है। दुनिया को इस तकनीकी व्यवधान के लिए तैयार रहना होगा। काम की प्रकृति और नौकरी के बाजार में ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News