Technology News: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी पर्प्लेक्सिटी ने एक नई सुविधा की घोषणा की है। कंपनी जल्द ही भारतीय नेताओं के शेयर बाजार निवेश का डेटा सार्वजनिक करेगी। पर्प्लेक्सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरविंद श्रीनिवास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कुछ हफ्तों में भारतीय राजनेताओं की शेयर होल्डिंग्स सामने आएंगी। इससे आम लोग देख सकेंगे कि कौन सा नेता किन कंपनियों में पैसा लगा रहा है। यह कदम वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
अमेरिका के बाद अब भारत
पर्प्लेक्सिटी ने हाल ही में अमेरिकी नेताओं की शेयर होल्डिंग्स की जानकारी अपने प्लेटफॉर्म पर शुरू की थी। अब वही सुविधा भारत के लिए आने वाली है। कंपनी के वरिष्ठ सदस्य जेफ ग्रिम्स ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एनएसई और बीएसई की कंपनियों के पेज पर राजनेताओं की होल्डिंग्स जोड़ी जाएंगी।
इसका मतलब है कि उपयोगकर्ता सीधे किसी कंपनी के पेज पर जाकर देख सकेंगे। वह जान सकेंगे कि किन नेताओं ने उस कंपनी में निवेश किया है। यह सुविधा निवेशकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित होगी।
पर्प्लेक्सिटी फाइनेंस की भूमिका
पर्प्लेक्सिटी फाइनेंस एक विशेष सेक्शन है जहां उपयोगकर्ताओं को राजनेताओं के सार्वजनिक स्टॉक निवेश की जानकारी मिलती है। यह डेटा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से विभिन्न स्रोतों से एकत्र किया जाता है। इसका उद्देश्य वित्तीय पारदर्शिता बढ़ाना है।
राजनेताओं की ट्रेडिंग गतिविधियों पर नजर रखना भी इसका लक्ष्य है। निवेशकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि किन कंपनियों में राजनीतिक हित जुड़े हैं। यह सुविधा बाजार में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करेगी।
अमेरिका में कैसे काम कर रही है व्यवस्था
अमेरिका में पर्प्लेक्सिटी फाइनेंस छह सौ से अधिक सांसदों का डेटा अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल कर चुकी है। यह वही डेटा है जो वहां के स्टॉक एक्ट डिस्क्लोजर कानून के तहत सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। उपयोगकर्ता देख सकते हैं कि किस सांसद ने कब कौन से स्टॉक खरीदे या बेचे।
इस व्यवस्था से अमेरिकी नागरिकों को अपने नेताओं के वित्तीय निवेश की पूरी जानकारी मिलती है। भारत में भी इसी तरह की पारदर्शिता अपेक्षित है। यह कदम भारतीय शेयर बाजार के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
