Gujarat News: अहमदाबाद में एयर इंडिया की उड़ान 171 के हादसे ने 260 लोगों की जान ले ली। प्रारंभिक जांच में पता चला कि टेकऑफ के तुरंत बाद फ्यूल स्विच बंद हो गए। कॉकपिट ऑडियो में एक पायलट दूसरे से पूछता है, “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” दूसरा जवाब देता है, “मैंने नहीं किया।” यह रहस्यमयी घटना दिल दहलाने वाली है। परिवारों का दर्द और सवाल बरकरार हैं।
कॉकपिट में भ्रम की स्थिति
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर ने उड़ान भरी। 32 सेकंड बाद यह हॉस्टल से टकराकर ध्वस्त हो गया। जांच में सामने आया कि दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच एक सेकंड के अंतराल में बंद हुए। पायलटों ने स्विच फिर से चालू किए, लेकिन कम ऊंचाई के कारण विमान नहीं बच सका। कॉकपिट रिकॉर्डिंग में पायलटों के बीच भ्रम की स्थिति साफ सुनाई देती है।
विशेषज्ञ का चौंकाने वाला दावा
भारत के टॉप एविएशन विशेषज्ञ कैप्टन मोहन रंगनाथन ने दावा किया कि फ्यूल स्विच जानबूझकर बंद किए गए। उन्होंने कहा कि स्विच को गलती से बंद करना असंभव है। इन्हें स्लॉट से बाहर निकालकर ही ऑपरेट करना पड़ता है। यह डिज़ाइन अनजाने में हेरफेर रोकता है। रंगनाथन ने संभावना जताई कि यह हादसा जानबूझकर किया गया हो सकता है। यह दावा जांच को नई दिशा दे रहा है।
पायलटों की कोशिश नाकाम
रिपोर्ट के अनुसार, पायलटों ने हादसे को रोकने की पूरी कोशिश की। फ्यूल स्विच बंद होने के 10-14 सेकंड में उन्होंने स्विच को “रन” स्थिति में लाया। इंजन 1 में सुधार के संकेत दिखे, लेकिन विमान केवल 625 फुट ऊपर था। जेट इंजनों को फिर से शुरू होने में मिनटों का समय चाहिए। इतनी कम ऊंचाई पर यह संभव नहीं था। पायलटों ने मेडे कॉल भी किया।
परिवारों का दर्द और सवाल
हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के साथ 19 लोग जमीन पर मारे गए। केवल एक यात्री, विश्वासकुमार रमेश, जीवित बचे। पीड़ितों के परिवारों में गुस्सा और दुख है। बदासब सईद, जिन्होंने भाई, भाभी और उनके बच्चों को खोया, ने कहा, “रिपोर्ट से जवाब नहीं मिले।” परिवार सच्चाई जानना चाहते हैं। कॉकपिट रिकॉर्डिंग की मांग तेज हो रही है।
तकनीकी खराबी की संभावना नहीं
जांच में पाया गया कि विमान और इसके इंजन पूरी तरह ठीक थे। कोई यांत्रिक खराबी नहीं मिली। 2018 में अमेरिकी विमानन प्राधिकरण ने फ्यूल स्विच की लॉकिंग में खामी की चेतावनी दी थी, लेकिन यह सलाह वैकल्पिक थी। एयर इंडिया ने इसकी जांच नहीं की। फिर भी, स्विच के डिज़ाइन के कारण गलती से बंद होने की संभावना न के बराबर है।
जांच में और खुलासे की उम्मीद
भारतीय विमानन दुर्घटना जांच ब्यूरो ने ब्लैक बॉक्स से डेटा और ऑडियो निकाला। मलबे की ड्रोन फोटोग्राफी और गवाहों के बयान लिए गए। इंजन और अन्य हिस्सों को अलग रखा गया है। जांच में अभी कई सवाल अनुत्तरित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अंतिम रिपोर्ट में और स्पष्टता आएगी। फिलहाल, हादसे का रहस्य गहराता जा रहा है।
