शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

अफगानिस्तान भूकंप: जलालाबाद में 800 से ज्यादा लोगों की मौत, भारत समेत कई देशों ने भेजी मदद

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Kabul News: अफगानिस्तान के जलालाबाद में रविवार रात आए 6 तीव्रता के भूकंप में 800 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। 2,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कुनार प्रांत सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है। तालिबान प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से राहत और बचाव कार्यों में मदद की अपील की है।

कुनार प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही

भूकंप का सबसे ज्यादा असर कुनार प्रांत पर हुआ है। स्थानीय निवासी सादिकुल्लाह ने बताया कि उनका घर पूरी तरह से ढह गया। उन्होंने तीन बच्चों को बचाया लेकिन अपनी पत्नी और दो बेटों को खो दिया। मलबे में चार घंटे तक फंसे रहने के बाद उन्हें बचाया जा सका। कई लोग अभी भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं।

अस्पतालों में संसाधनों की कमी

नांगरहार अस्पताल में 460 पीड़ितों का इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि संसाधनों की भारी कमी है। डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की कमी के कारण घायलों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पा रहा है। कई मरीज अभी भी सदमे की स्थिति में हैं और उन्हें तत्काल मनोवैज्ञानिक सहायता की आवश्यकता है।

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अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भेजी मदद

भारत ने काबुल में 1,000 टेंट और कुनार में 15 टन खाद्य सामग्री पहुंचाई है। ब्रिटेन ने 13.5 लाख डॉलर की सहायता राशि दी है। संयुक्त अरब अमीरात ने तत्काल राहत दल और चिकित्सा आपूर्ति भेजी है। चीन और पाकिस्तान ने भी हर संभव मदद का वादा किया है। संयुक्त राष्ट्र का मिशन प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य कर रहा है।

पाकिस्तान से डिपोर्ट किए गए परिवार भी प्रभावित

कुछ अफगान परिवार जिन्हें हाल ही में पाकिस्तान से वापस भेजा गया था, इस भूकंप में प्रभावित हुए हैं। कुनार के मोहम्मद असलम के पांच परिजनों की मौत हो गई। यह इलाका पाकिस्तान सीमा के नजदीक है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार पाकिस्तान इस साल बिना दस्तावेज वाले अफगानों को वापस भेज रहा था।

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बचाव कार्यों में आ रही दिक्कतें

भूकंप प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों के लिए भारी उपकरणों की कमी है। सड़कें खराब होने के कारण राहत सामग्री पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। तालिबान प्रशासन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भारी उपकरण और तकनीकी सहायता की मांग की है। रात के समय तापमान गिरने से बचाव कार्य और मुश्किल हो गए हैं।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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