शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

प्रशासनिक फेरबदल: हिमाचल में मुख्य सचिव और डीजीपी पद पर चर्चा तेज, यह नाम चल रहे सबसे आगे

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल की तैयारियां जोरों पर हैं। मुख्य सचिव और डीजीपी पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के हालिया दिल्ली दौरे ने इन अटकलों को और हवा दी। सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात 1994 बैच की आईएएस अधिकारी अनुराधा ठाकुर ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जिसके बाद मुख्य सचिव पद को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया।

मुख्य सचिव को सेवाविस्तार

मौजूदा मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को छह महीने का सेवाविस्तार मिला है। वह 30 सितंबर, 2025 तक इस पद पर बने रहेंगे। इस वजह से मुख्य सचिव पद पर कोई बदलाव अभी संभव नहीं है। वरिष्ठता के आधार पर 1988 बैच के आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता सबसे आगे हैं। वह वर्तमान में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार और बिजली बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार संभाल रहे हैं। इसके बाद 1993 बैच के केके पंत और 1994 बैच के ओंकार शर्मा का नंबर आता है।

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डीजीपी पद के लिए श्याम भगत नेगी का नाम चर्चा में

डीजीपी पद के लिए 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी श्याम भगत नेगी का नाम सबसे आगे चल रहा है। वह हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से हिमाचल कैडर में लौटे हैं। केंद्रीय कार्मिक विभाग ने मंगलवार को उनकी वापसी को मंजूरी दी। नेगी वर्तमान में कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर हैं। उनकी वरिष्ठता और अनुभव को देखते हुए उन्हें डीजीपी बनाए जाने की संभावना है। वह 31 मार्च, 2026 को सेवानिवृत्त होंगे।

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तीन अधिकारियों का पैनल तैयार

वर्तमान में 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक तिवारी कार्यकारी डीजीपी का जिम्मा संभाल रहे हैं। पूर्व डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा की सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें यह अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया था। सरकार ने मई में नए डीजीपी के लिए तीन अधिकारियों का पैनल तैयार किया था। इसमें श्याम भगत नेगी, अशोक तिवारी और हरियाणा के राकेश अग्रवाल शामिल हैं। वरिष्ठता में नेगी सबसे आगे हैं। अगर उन्हें डीजीपी बनाया जाता है, तो वह करीब आठ महीने तक इस पद पर रह सकते हैं।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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