Himachal News: मंडी शहर के सैण मोहल्ले में तेजाब कांड की शिकार महिला ममता का पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च में उपचार के दौरान निधन हो गया है। बुधवार रात लगभग ग्यारह बजकर पैंतालीस मिनट पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके पति नंद लाल ने पारिवारिक विवाद के चलते पंद्रह नवंबर को उस पर तेजाब फेंका था। इस हमले में ममता के शरीर का पचास प्रतिशत हिस्सा झुलस गया था। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया था और अब हत्या का मामला दर्ज होगा।
ममता का पोस्टमॉर्टम गुरुवार को किया जाएगा। इसके बाद उसके शव को मंडी लाया जाएगा जहां उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ममता मंडी जिले की धर्मपुर तहसील के छातर गांव के पिपली की निवासी थी। उसकी उम्र इकतालीस वर्ष थी। वह और उसका पति नंद लाल मंडी के जोनल अस्पताल के समीप एक चाय की दुकान चलाते थे। दोनों के दो बच्चे हैं जो अब अनाथ हो गए हैं।
घटना का क्रम
पंद्रह नवंबर की रात को ममता और नंद लाल के बीच घर पर विवाद छिड़ गया। इसी दौरान नंद लाल ने ममता पर तेजाब फेंक दिया। तेजाब फेंकने के बाद आरोपी ने ममता को घर की छत से नीचे धकेल दिया। इस हमले के बाद ममता की हालत बेहद गंभीर हो गई। स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे एम्स बिलासपुर रेफर किया गया। वहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ ले जाया गया जहां वह चार दिन से भर्ती थी।
उपचार के दौरान मौत
पीजीआई में ममता का इलाज चल रहा था। उसे पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन दी जा रही थी। डॉक्टरों ने लगातार उसके इलाज की कोशिश की लेकिन वह उसे बचा नहीं पाए। बुधवार देर रात उसकी मौत हो गई। असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस अभिमन्यु वर्मा ने इस दुखद घटना की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपी पति को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया था।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
ममता और नंद लाल के विवाद का मामला पहले से ही कोर्ट में लंबित था। दोनों के एक बेटा और एक बेटी है। इस घटना ने दोनों बच्चों का भविष्य अनिश्चितता में डाल दिया है। कांग्रेस नेताओं पवन ठाकुर और युदुपति ठाकुर ने भी पीजीआई में ममता का हाल जानने की कोशिश की थी। महिला को पहले ट्रामा सेंटर में रखा गया था फिर उसे आईसीयू में शिफ्ट किया गया था।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के तुरंत बाद पुलिस ने नंद लाल को गिरफ्तार कर लिया था। अब ममता के निधन के बाद मामले में हत्या का आरोप जोड़ा जाएगा। पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित सुनवाई की मांग उठने की संभावना है। इस तरह के मामले समाज में महिला सुरक्षा के सवाल खड़े करते हैं।
तेजाब हमले की घटनाओं में अक्सर पीड़िता की मौत हो जाती है या वह जीवन भर के लिए विकलांग हो जाती है। इस मामले में भी ममता को बचाया नहीं जा सका। पुलिस का कहना है कि वह आरोपी के खिलाफ मजबूत केस बना रही है। आरोपी पति पर पहले से ही महिला उत्पीड़न का मामला दर्ज था। अदालत में विचाराधीन मामले के दौरान ही यह घटना घटी।
ममता के परिवार वाले अब न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस घटना ने पूरे इलाके में सदमे की लहर दौड़ा दी है। लोग महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा पर चिंता जता रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी मामले में संज्ञान लिया है और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
