India News: डिजिटल युग में आधार कार्ड से धोखाधड़ी का खतरा बढ़ गया है। UIDAI ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए आधार कार्ड पर QR कोड लागू किया है। यह QR कोड e-Aadhaar, m-Aadhaar और PVC कार्ड पर उपलब्ध है। इससे असली और नकली आधार की पहचान आसानी से हो सकती है।
फ्रॉड से बचाव का तरीका
QR कोड और Aadhaar QR स्कैनर ऐप से आप फ्रॉड से बच सकते हैं। यह तरीका सरल और सुरक्षित है। हर नागरिक इसे आसानी से इस्तेमाल कर सकता है। इससे आधार कार्ड की सत्यता की जांच तेजी से हो जाती है।
QR कोड की खासियत
यह QR कोड UIDAI के डिजिटल सिग्नेचर के साथ आता है। इसमें नाम, जन्मतिथि, लिंग, फोटो और मास्क्ड मोबाइल नंबर जैसी जानकारी होती है। 2048-बिट डिजिटल सिग्नेचर इसकी प्रामाणिकता सुनिश्चित करता है। आधार बनने के समय यह कोड शामिल किया जाता है।
सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होती है
नकली आधार पर QR कोड लगाया जा सकता है, लेकिन डिजिटल सिग्नेचर नहीं होगा। स्कैन करने पर “QR Code not verified” का संदेश आएगा। यह फर्जी आधार को तुरंत पकड़ने में मदद करता है।
Aadhaar QR स्कैनर का उपयोग
- Aadhaar QR स्कैनर या mAadhaar ऐप डाउनलोड करें।
- ऐप खोलकर स्कैनिंग विकल्प चुनें।
- आधार कार्ड के QR कोड को स्कैन करें।
- सत्यापन होने पर नाम, जन्मतिथि और फोटो दिखेंगे। असत्य होने पर “QR Code not verified” दिखेगा।
पहचान सत्यापन क्यों जरूरी
बिना OTP या इंटरनेट के यह सत्यापन बैंक, मोबाइल कंपनियों या नौकरी के लिए उपयोगी है। नकली आधार से सिम फ्रॉड, बैंक धोखाधड़ी और पहचान चोरी को रोका जा सकता है। समय रहते फर्जीवाड़ा पकड़ा जा सकता है।
