Una News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक फौजी युवक पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता के शिकायत दर्ज कराने के बाद महिला थाना ऊना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में छापेमारी की। आरोप है कि युवक ने तीन साल तक विश्वास दिलाकर शारीरिक संबंध बनाए और बाद में रिश्ता तोड़कर तस्वीरें वायरल करने की धमकी दी।
पुलिस टीम ने बुधवार को थाना प्रभारी रूप सिंह के नेतृत्व में उधमपुर में कार्रवाई की। सूत्रों के मुताबिक, आरोपित फिलहाल एक सैन्य गतिविगि के चलते यूनिट से बाहर था। भारतीय सेना के अधिकारियों ने पुलिस को आश्वासन दिया है कि तीन दिनों के भीतर उसे उनके हवाले कर दिया जाएगा। इस बीच, आरोपित के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जा चुका है।
पीड़ित युवती ने पुलिस में दी शिकायत में कहा कि आरोपित ने शादी का प्रस्ताव देकर उसके साथ लंबे समय तक संबंध बनाए। कुछ महीने पहले हुई सगाई के बाद अचानक उसने रिश्ता तोड़ दिया। जब युवती ने इसका विरोध किया तो आरोपित ने उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की। उसने धमकी दी कि अगर उसने दबाव बनाया तो उसकी निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर दी जाएंगी।
परिवार पर राजनीतिक दबाव के आरोप
मामला तब और गंभीर हो गया जब पीड़िता ने आरोपित के पिता पर राजनीतिक दबदबे का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। शिकायत के मुताबिक, आरोपित के पिता ने पीड़िता के परिवार को डराया-धमकाया। उन्होंने पंचायत स्तर पर मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव डालने की कोशिश की। पीड़िता ने आरोपित के अन्य रिश्तेदारों पर भी डराने-धमकाने के आरोप लगाए हैं।
एएसपी ऊना सुरेंद्र शर्मा ने पुष्टि की कि मामले की गहन जांच चल रही है। उन्होंने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। पुलिस आरोपित के यूनिट पहुंचने के बाद तुरंत उसे गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करेगी। इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
महिला थाना ऊना की इस मामले में त्वरित प्रतिक्रिया उल्लेखनीय रही है। शिकायत मिलते ही पुलिस ने जम्मू-कश्मीर तक दबिश दी। यह कार्रवाई दर्शाती है कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर पुलिस संवेदनशील है। पुलिस ने सेना प्रशासन से भी पूर्ण सहयोग का दावा किया है। सेना अधिकारियों ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
यह मामला समाज में बढ़ रहे धोखे से शारीरिक शोषण के केसों की ओर इशारा करता है। पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए थाने में शिकायत दर्ज की। उसने न केवल आरोपित बल्कि उसके परिवार के खिलाफ भी आवाज उठाई। इस केस में पुलिस की प्रतिक्रिया अन्य पीड़िताओं के लिए एक सकारात्मक संदेश देती है। कानूनी प्रक्रिया की जा रही है और जल्द ही आरोपित के हिरासत में आने के बाद नए तथ्य सामने आ सकते हैं।
सेना प्रशासन का रुख
भारतीय सेना ने इस मामले में सहयोग का रवैया दिखाया है। सेना अधिकारियों ने पुलिस को आश्वासन दिया कि आरोपित को जल्द ही उनके हवाले कर दिया जाएगा। यह दर्शाता है कि सेना अपने जवानों के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों को हल्के में नहीं लेती। सेना के नियमों के मुताबिक, ऐसे आरोपों की जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती है। आरोप साबित होने पर कठोर कार्रवाई भी की जाती है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपित की गिरफ्तारी के बाद ही कई तथ्य स्पष्ट होंगे। दोनों पक्षों के बयानों और सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। फिलहाल, पुलिस पीड़िता की सुरक्षा और सबूतों के संरक्षण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस मामले में पीड़िता के परिवार ने भी पुलिस कार्रवाई की सराहना की है। वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
