
बिहार और खासकर राजधानी पटना में पिछले 24 घंटे के भीतर जिस तरह से कोरोना संक्रमित मिले हैं पटना कोरोना का हॉटस्पॉट बनने लगा है। एक दिन के भीतर पटना में 359 कोरोना के मरीजों के मिलने से सरकार और स्वास्थ्य विभाग सकते में है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बार फिर से अस्पतालों में बेड की उपलब्धता सबसे बड़ी चुनौती बनने वाली है। यही कारण है कि स्वास्थ्य विभाग अभी से ही अस्पतालों में बेड उपलब्धता पर फोकस कर रहा है।
बिहार के लोगों को पटना के कुछ बड़े अस्पतालों के बेड की क्षमता और आज के दिन में बेड की उपलब्धता के बारे में पूरी जानकारी दे रहा है। पटना के सबसे बड़े अस्पताल में अभी कोविड के मरीजों के लिए 100 बेड की क्षमता है जहां तत्काल अभी 20 मरीज एडमिट हैं जबकि 80 बेड अब भी खाली हैं। उसी तरह से NMCH में भी 100 बेडों की क्षमता है, जहां अभी 13 कोरोना के पॉजिटिव मरीज एडमिट हैं। यहां 87 बेड अभी भी खाली हैं, इसके अलावे पटना के पाटलिपुत्र अशोक आइसोलेशन सेंटर में कुल 160 बेड की क्षमता है जहां अभी केवल 2 मरीज ही एडमिट हैं।
इस आइसोलेशन सेंटर में अभी भी 158 बेड खाली हैं। ये जानकारियां पीएमसीएच के सुपरिटेंडेंट, NMCH के सुपरिटेंडेंट और पाटलिपुत्र अशोक आइसोलेशन सेंटर के मेडिकल ऑफिसर डॉ पंकज ने दी, जिनके मुताबिक बिहार के अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में बेड की कोई कमी नहीं है, हालांकि पटना AIIMS में बेड से ज्यादा मरीज़ों की संख्या बढ़ गई है। AIIMS के नोडल अधिकारी संजीव सिन्हा ने जानकारी दी कि AIIMS में कुल 80 बेड की क्षमता है और इन सभी बेडों पर मरीजों का इलाज चल रहा है। नोडल अधिकारी डॉ संजीव सिन्हा के मुताबिक AIIMS में अभी 95 कोरोना के मरीज एडमिट हैं, जबकि 80 बेड की ही अस्पताल में क्षमता है।