Himachal News: हिमाचल प्रदेश में शिक्षा जगत से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) के 80 छात्र 9 बार परीक्षा देने के बाद भी पास नहीं हो सके। इन विद्यार्थियों को हिमाचल प्रदेश बोर्ड ने पांच साल में पूरे नौ मौके दिए थे। इसके बावजूद 10वीं और 12वीं के ये छात्र परीक्षा उत्तीर्ण करने में विफल रहे हैं। बार-बार मिलने वाले मौकों को ये छात्र भुना नहीं पाए।
सितंबर 2025 में मिला था आखिरी मौका
बोर्ड ने इन छात्रों को पास होने का अंतिम मौका सितंबर 2025 में दिया था। अफसोस की बात है कि इसमें भी छात्र सफल नहीं हो पाए और फेल हो गए। ये सभी छात्र हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के तहत परीक्षा दे रहे थे। आंकड़ों के मुताबिक, इनमें 10वीं कक्षा के 46 छात्र शामिल हैं। वहीं, 12वीं कक्षा के 34 परीक्षार्थी भी इस सूची में हैं। लगातार कोशिशों के बाद भी इनका रिजल्ट नेगेटिव ही रहा।
अब फिर से करना होगा रजिस्ट्रेशन
फेल हुए इन छात्रों के लिए अब पढ़ाई का रास्ता थोड़ा लंबा हो गया है। इन्हें फिर से बोर्ड के पास अपना पंजीकरण करवाना होगा। नया रजिस्ट्रेशन होने के बाद ही ये हिमाचल प्रदेश बोर्ड की 12वीं या 10वीं की परीक्षा दे पाएंगे। हालांकि, अच्छी खबर यह है कि रजिस्ट्रेशन के बाद बोर्ड इन्हें पास होने के लिए नौ और मौके देगा। यानी पढ़ाई जारी रखने का एक और अवसर मिलेगा।
बोर्ड सचिव ने दी जानकारी
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने इस मामले पर स्थिति स्पष्ट की है। उन्होंने बताया कि 23 दिसंबर को एसओएस परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था। इसी रिजल्ट में ये 80 छात्र फेल घोषित किए गए हैं। वे पिछले पांच साल से लगातार परीक्षा दे रहे थे। बोर्ड ने नियमों के तहत इन्हें पूरे मौके दिए, लेकिन सफलता नहीं मिली। अब नई प्रक्रिया के तहत ही वे दोबारा परीक्षा में बैठ सकेंगे।
