Gujarat News: जूनागढ़ जिले में एक मदरसा के 25 वर्षीय मौलाना को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने यहां रहकर पढ़ाई करने वाले 10 से अधिक नाबालिग बच्चों को हवस का शिकार बनाया। पुलिस ने मौलाना के अलावा मदरसा के 55 वर्षीय ट्रस्टी को भी गिफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि बच्चों की शिकायत के बावजूद कोई ऐक्शन नहीं लिया। .
जूनागढ़ पुलिस के मुताबिक, करतूत सामने आने के बाद मौलाना भाग गया था और सूरत में छिपा था, जहां से उसे दबोच लिया गया। जबकि ट्रस्टी को जूनागढ़ में ही एक स्थान से रविवार को गिरफ्तार किया गया। 17 साल के एक लड़के की शिकायत पर मंगरोल पुलिस ने आईपीसी की धारा 377 (अप्राकृतिक यौन शोषण), 323 (हमले) 506-2 (आपराधिक धमकी) और पॉक्सो ऐक्ट की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
मौलाना की गंदी करतूत तब सामने आई जब यहां रहने वाले एक छात्र ने दूसरे मौलाना के फोन से अपनी मां को फोन किया और आपबीती बताई। महिला ने पुलिस से संपर्क किया और बताया कि मौलाना बच्चों से अप्राकृतिक यौन संबंध बना रहा है। 21 अक्टूबर को पुलिस मदरसे में पहुंची और मुस्लिम नेताओं की मदद से बच्चों को विश्वास में लिया। 10 बच्चे सामने आए और उन्होंने आरोप लगाया कि मौलाना ने उनके साथ कुकर्म किया है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी उन्हें किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी देता था। कुछ बच्चों ने बताया कि मौलाना उन्हें पैर दबाने के लिए कमरे में आने को कहता था और फिर उनके साथ गंदी हरकत करता था।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि बच्चों ने मौलाना की करतूत के बारे में मदरसा के ट्रस्टी से शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने कोई ऐक्शन नहीं लिया। आरोप है कि जब ट्रस्टी को पता चला कि पुलिस कार्रवाई करने वाली है तो उन्होंने आरोपी मौलाना को मदरसे से फरार होने में मदद की। जूनागढ़ के एसपी हर्षद मेहता ने मदरसे का दौरान किया और पीड़ितो बच्चों के अभिभावकों को निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया।