Mandi News: हिमाचल सरकार द्वारा सूबे को आपदा प्रभावित प्रदेश घोषित करने के बाद अब जिला स्तर पर भी आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करने की प्रकिया पूरी हो गई है। इस आपदा में मंडी जिला व्यापक नुकसान हुआ है।
यही वजह है कि मंडी जिला में ही सरकार को 1938 वार्ड को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित करना पड़ा है। इन गांवों में हजारों की आबादी आपदा से सीधे या अप्रत्यक्ष से प्रभावित हुई है। सदर विधानसभा मंडी के तहत सबसे अधिक 304 वार्ड को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया गया है। इन वार्ड में गांव की सडक़ें, रास्ते, सरकारी व सामुदायिक भवन एवं संस्थान, पेयजल योजनाएं, किसानों-बागबानों की फसलें और लोगों की निजी संपत्ति को बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा है।
आने वाले समय में इन वार्ड में प्रदेश सरकार या फिर केंद्र सरकार की तरफ से कोई विशेष आपदा पैकेज मिलता है, तो उससे इन वार्ड में राहत व पुनसर््थापना के कार्य व्यापक स्तर पर हो सकेंगे। मंडी जिला में इस बार आपदा से अब तक अरबों का नुकसान हो चुका है। जिला में सरकाघाट, सदर, धर्मपुर, करसोग, सुंदरनगर और सराज सहित अन्य क्षेत्रों में कई ऐसे गांव भी हैं, जहां बहुत बड़े स्तर पर नुकसान हुआ है।
मंडी जिला प्रशासन ने अब पद्धर में 53, सुंदरनगर में 235, गोहर में 73, करसोग 193, सदर 304, बल्ह 213, बालीचौकी में 137, सरकाघाट 219, थुनाग 133, जोगिंद्रगन 142, धर्मपुर 199 और कोटली 37 वार्ड को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किया है। एडीएम मंडी डा. मदन कुमार ने बताया कि सरकार के आदेशों के तहत वार्ड स्तर पर आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर दिए है। इसकी रिपोर्ट भी सरकार को भेज दी गई है।