शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

कनाडा में 151 फीट ऊंची श्रीराम प्रतिमा का किया गया अनावरण, हिंदू समुदाय में फैला उत्साह

Share

Canada News: कनाडा के मिसीसॉगा में 3 अगस्त, 2025 को 151 फीट ऊंची श्रीराम प्रतिमा का अनावरण हुआ। यह उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची राम प्रतिमा है। हिंदू हेरिटेज सेंटर में हजारों श्रद्धालु जमा हुए। कनाडाई मंत्रियों और नेताओं ने समारोह में हिस्सा लिया। यह प्रतिमा हिंदू समुदाय की आस्था और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनी। जय श्रीराम के नारे गूंजे।

ऐतिहासिक क्षण और सांस्कृतिक महत्व

मिसीसॉगा का हिंदू हेरिटेज सेंटर ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। 151 फीट ऊंची श्रीराम प्रतिमा फाइबरग्लास से बनी है। यह ग्रेटर टोरंटो में आध्यात्मिक प्रतीक है। भारतीय प्रवासियों में उत्साह है। यह प्रतिमा हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देगी। अनावरण समारोह में भक्ति और एकता का माहौल रहा। यह हिंदुओं की वैश्विक पहचान को मजबूत करता है।

हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी

अनावरण समारोह में हजारों लोग शामिल हुए। कनाडा की मंत्री रेची वल्डेज़ उपस्थित थीं। ट्रेजरी बोर्ड अध्यक्ष शफकत अली आए। अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनिंदर सिद्धू मौजूद रहे। हाउस ऑफ कॉमन्स के विपक्षी नेता भी शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए। समारोह में भक्ति भजनों का आयोजन हुआ। यह कनाडा में हिंदू समुदाय के लिए गर्व का पल था।

हिंदू समुदाय में उत्साह

प्रतिमा की स्थापना से हिंदू समुदाय उत्साहित है। सोशल मीडिया पर लोगों ने खुशी जताई। एक यूजर ने लिखा कि श्रीराम का नाम अयोध्या से ओंटारियो तक गूंज रहा है। यह आस्था का प्रतीक है। कई लोगों ने इसे धैर्य और शांति का प्रतीक बताया। कुछ ने “मेक कनाडा ग्रेट अगेन” का नारा दिया। यह प्रतिमा सनातन धर्म की मजबूती दिखाती है।

यह भी पढ़ें:  तेलंगाना: स्थानीय निकाय चुनावों में पिछड़े वर्गों को 42% आरक्षण को मंजूरी, विधानसभा में पारित हुआ विधेयक

प्रतिमा का निर्माण और डिजाइन

151 फीट ऊंची प्रतिमा फाइबरग्लास से बनाई गई। इसका आधार 51 फीट से ज्यादा ऊंचा है। इसे हिंदू हेरिटेज सेंटर में स्थापित किया गया। डिजाइन में भव्यता और आध्यात्मिकता झलकती है। यह उत्तरी अमेरिका की सबसे ऊंची राम प्रतिमा है। इसका निर्माण भारतीय कारीगरों ने किया। यह हिंदू समुदाय की एकता और समर्पण को दर्शाता है।

कनाडा में हिंदू समुदाय की स्थिति

कनाडा में हिंदू समुदाय तेजी से बढ़ रहा है। 2021 की जनगणना के अनुसार, 2.3% आबादी हिंदू है। यह लगभग 8 लाख लोग हैं। मिसीसॉगा में भारतीय प्रवासी सक्रिय हैं। यह प्रतिमा उनकी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करती है। कुछ यूजर्स ने खालिस्तानी तत्वों का जिक्र किया। उन्होंने इसे हिंदुओं के धैर्य का प्रतीक बताया। यह एकता का संदेश देता है।

यह भी पढ़ें:  ट्रंप का भारत पर डबल टैरिफ: 50% आयात शुल्क से किन सेक्टरों को लगेगा झटका?

समारोह का भव्य आयोजन

अनावरण समारोह में भक्ति का माहौल रहा। हजारों श्रद्धालुओं ने भजन गाए। रामचरितमानस का पाठ हुआ। कनाडाई नेताओं ने हिंदू समुदाय की तारीफ की। उन्होंने इसे सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया। समारोह में भारतीय व्यंजन परोसे गए। बच्चों और युवाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। यह आयोजन हिंदू हेरिटेज सेंटर की सक्रियता को दर्शाता है।

वैश्विक हिंदू समुदाय के लिए गर्व

सोशल मीडिया पर प्रतिमा की तारीफ हुई। एक यूजर ने इसे वैश्विक हिंदुओं के लिए गर्व का क्षण बताया। यह प्रतिमा केवल मूर्ति नहीं है। यह आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। लोगों ने इसे सनातन धर्म की मजबूती से जोड़ा। कनाडा में हिंदू समुदाय ने इसे एकता का संदेश बताया। यह प्रतिमा पर्यटकों को भी आकर्षित करेगी।

भविष्य में पर्यटन की संभावना

यह प्रतिमा मिसीसॉगा को पर्यटन केंद्र बनाएगी। हिंदू हेरिटेज सेंटर अब आध्यात्मिक स्थल है। दुनिया भर से श्रद्धालु आएंगे। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा। कनाडाई सरकार ने इसे समर्थन दिया। नेताओं ने सांस्कृतिक एकता पर जोर दिया। यह प्रतिमा हिंदू धर्म के वैश्विक प्रसार को दर्शाती है। पर्यटन और आध्यात्मिकता का संगम बनेगा।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

Read more

Related News