Shimla News: ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतरीन शिक्षा प्रदान करने के दावे आए दिन प्रदेश सरकार करती आ रही है लेकिन दूर-दराज के कई स्थानों पर असलियत इसके विपरीत है। उपमंडल चौपाल के दूरदराज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल हिराह में 131 छात्र डर के साए में पढ़ाई करने को मजबूर हैं।
स्कूल के पूरे भवन में अंदर और बाहर दरारें आने से यह असुरक्षित हो चुका है। यहां पर असुरक्षित हो चुके भवन में कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है।
स्कूल प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मस्त राम चौहान ने बताया कि स्कूल में आठ कमरों में कक्षाएं लगती हैं, इसके अलावा एक विज्ञान प्रयोगशाला और एक कार्यालय के साथ कुल दस कमरे हैं। इन सभी कमरों में अंदर और बाहर बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी हैं, इसके कारण यह भवन कभी भी गिरकर किसी बड़े हादसे का सबब बन सकता है।
विभाग को लिखे जा चुके हैं पत्र
आगे मस्त राम चौहान ने कहा कि वह इस बारे दो बार विभाग को लिख चुके हैं और अक्तूबर 2022 में एसडीएम चौपाल को भी अवगत करवाया जा चुका है। यही नहीं नेरवा दौरे पर आए शिक्षा मंत्री को भी वह इस बारे अवगत करवा चुके हैं। इसके बावजूद ना तो कोई इस असुरक्षित भवन का निरीक्षण करने पहुंचा है और ना ही इसे असुरक्षित घोषित किया गया है।
वर्ष 1998 में खुला था स्कूल, 2014 में रावमापा का मिला दर्जा
धनत के वरिष्ठ नागरिक सेवानिवृत सैनिक जोगी राम ने बताया कि 1998 में हिराह में राजकीय माध्यमिक स्कूल खोला गया था, जिसे 2007 में कांग्रेस सरकार ने स्तरोन्नत कर उच्च विद्यालय एवं 2014 में वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय का दर्जा दिया गया। स्कूल में इस समय कुल 131 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है, जिसमो 73 फीसदी छात्र अनुसूचित जाति के परिवारों से संबंध रखते हैं। यही नहीं सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से इस स्कूल में उत्तराखंड के प्युनल, डेरसा और चौरी लाणी गांव के छात्र भी पढ़ाई कर रहे हैं।
अभिभावक कर रहे भवन को असुरक्षित घोषित करने की मांग
मस्त राम चौहान, जोगी राम चौहान, अभिभावक सुशील, हरी सिंह, पूरण चंद, बिट्टी, संत राम, परसा राम एवं मोहर सिंह ने शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से गुहार लगाई है कि हिराह स्कूल के भवन को असुरक्षित घोषित कर नए भवन का निर्माण शीघ्र करवाया जाए ताकि स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई सुरक्षित माहौल में हो सके।
सभी दीवारों में अंदर और बाहर बड़ी-बड़ी दरारें
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हिराह भवन की सभी दीवारों में अंदर और बाहर बड़ी-बड़ी दरारें आने से यह असुरक्षित हो चुका है। इसकी जानकारी दो बार शिक्षा विभाग को दे दी गई है। वहीं शिक्षा मंत्री के चौपाल दौरे के दौरान भी उन्हें स्कूल भवन की पूरी स्थिति से अवगत करवाया गया था।– हेतराम चौहान, प्रधानाचार्य, रावमापा हिराह