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शनिवार, 23 सितम्बर,2023

बादल फटने से आए मलबे के कारण 102 घर खतरे में, 200 से ज्यादा लोगों ने मंदिर और गुरुद्वारा में ली शरण

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Solan News: जिला मुख्यालय के साथ लगते क्षेत्र शामती में कुदरत का कहर कुछ इस कदर बरपा की पूरा का पूरा क्षेत्र खाली हो गया। लोग अपने घरों में आराम की नींद सोए हुए थे कि अचानक बादल फटने से आई बाढ़ सब कुछ बहा ले गई।

कुदरत के कहर से पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। पानी के साथ मलबे ने लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया। आंखों के सामने ही मकान जमींदोज हो गए। मकानों को गिरता देख क्षेत्र के बाशिंदे बुरी तरह से सहम गए।

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घबराए हुए लोग रातोंरात पलायन करने को मजबूर हो गए। बादल फटने से आए मलबे से 102 मकान खतरे की जद में हैं, जबकि 35 मकान क्षतिग्रस्त हो चुके है। इस त्रासदी से 200 लोग अपने घरों को छोडक़र जटोली स्थित शिव मंदिर और सपरून स्थित गुरुद्वारा में शरण लिए हुए हैं, जहां पर प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं के सहारे अपना गुजर बसर कर रहे है।

वहीं, कुछ लोग रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं। मौसम साफ होने की स्थिति में भी ये लोग बुरी तरह से घबराए हुए हैं। इन लोगों के मन में डर इस कदर घर कर गया है कि हल्के बादल की गडग़ड़ाहट में सिहरन पैदा हो जाती है। इन लोगों के पास दूसरे स्थान पर भी मकान बनाने के लिए कोई जगह है। इस घटना को करीब एक माह बीतने वाला है, लेकिन लोग अपने घरों में जाने से डर रहे हैं। -एचडीएम

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बादल फटने के कारण शामती में भूस्खलन से 35 मकान क्षतिग्रस्त हुए है, जबकि 102 घरों में दरारें आई है। इस हादसे में प्रभावितों को भूमि मुहैया करवाने की प्रक्रिया को भी शुरू किया जा रहा है। -कविता ठाकुर, एसडीएम, सोलन

प्रभावितों को जमीन दे सरकार

आपदा प्रभावित दर्जनों परिवारों के लोगों ने प्रदेश सरकार से जमीन और मकान की सुविधा मुहैया करवाने की मांग की है, ताकि वह लोग अपने जीवन को दोबारा पटरी पर ला सके।

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घरों में जाने से डर रहे लोग

आपदा के कहर से घबराए और सहमे हुए प्रभावितों द्वारा सरकार से सुरक्षित स्थान पर जमीन और मकान की सुविधा मुहैया करवाए जाने की मांग की जा रही है ताकि वह जीवन के अगले पड़ाव की नए सिरे से शुरुआत कर सके। जटोली सहित गुरुद्वारा में रह रहे रह रहे लोग आज भी सुबह उठकर घटनास्थल पर पहुंच कर अपने आशियानों की दशा को देखकर नम आंखों से वापस लौट जाते हैं।

शामती में खतरा अभी टला नहीं

कुदरत के कहर के कारण आई इस त्रासदी में प्रभावित करीब 200 लोगों को प्रशासन द्वारा जटोली स्थित शिव मंदिर और सोलन समीन सपरून के गुरुद्वारा में ठहराया गया है। पीडि़त जीवन गुजारने के लिए प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं पर निर्भर हैं। खतरे की जद में मकानों की वजह से खतरा अभी भी बरकरार है। अगर एक भी मकान गिरता है, तो साथ लगते मकानों के लिए खतरा बन सकता है।

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